इन दिनों सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रहा है. वायरल फोटो में कुछ बच्चे सड़क पर नमाज अदा करते हुए दिखाई दे रहे हैं. सड़क पर नमाज अदा करने की वजह से दोनों तरफ भीड़ लगी हुई है. अब इस फोटो के वायरल होने के बाद सामाजिक कार्यकर्ता और लेखिका तस्लीमा नसरीन ने ट्विटर पर लिखा है कि इन बच्चों को सड़क पर नमाज पढ़ने के लिए भेजने वालों को सजा मिलनी चाहिए. 

लेखिका तसलीमा नसरीन ने वायरल फोटो को ट्वीट करते हुए लिखा है कि इन बच्चों को सजा न दें बल्कि उन लोगों को सजा दें जिन्होंने बच्चों को भेज कर सड़क जाम करवाई है। किसी भी धर्म को मानवता को परेशान करने की छूट नहीं मिलनी चाहिए। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह वायरल फोटो झारखण्ड के हजारीबाग जिले का है। हजारीबाग पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है। फोटो वायरल होने के बाद स्थानीय भाजपा विधायक ने प्रशासन से कार्रवाई की मांग की थी।

भाजपा विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि छोटे बच्चों को सड़क पर नमाज पढने के लिए भेजने वाले लोग छोटी मानसिकता के हैं। साथ ही उन्होंने प्रशासन से इस मामले में हस्तक्षेप करने को कहा। फोटो वायरल होने के बाद हजारीबाग़ एसपी कार्तिक एस ने कहा कि जानकारी मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी। कुछ असामाजिक तत्व ने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की थी। लेकिन पुलिस ने लोगों की पहचान कर ली है। साथ ही उन्होंने लोगों से किसी भी तरह के अफवाह पर ध्यान न देने की  अपील की। 

बच्चों के सड़क पर नमाज पढ़ने वाले ट्वीट के अलावा तस्लीमा नसरीन ने एक ट्वीट किया था। तस्लीमा नसरीन ने अपने ट्वीट में धर्म गुरुओं को निशाने पर लिया। अपने ट्वीट में तसलीमा ने लिखा है कि धार्मिक गुरु तब लोकप्रिय हो जाते हैं जब धर्मनिरपेक्ष नेता अलोकप्रिय हो जाते हैं।

साथ ही उन्होंने यह भी लिखा है कि सिर्फ धार्मिक नेताओं को बुरा कहकर यह नहीं समझाया जा सकता है कि धर्मनिरपेक्ष लोग अच्छे हैं। बल्कि पहले धर्मनिरपेक्ष नेताओं को यह साबित करना होगा कि वे न केवल अच्छे हैं बल्कि बेहतर भी हैं।