नागरिकता संशोधन बिल का उत्तर पूर्वी राज्यों में जमकर विरोध हो रहा है। खासकर असम में इस बिल को लेकर लोगों में काफी गुस्सा है। इस गुस्से के चलते ही राज्य में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए हैं। गुरूवार को हुई हिंसा में असम में दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो चुकी है। वहीं उग्र भीड़ ने दो रेलवे स्टेशनों में आग लगा दी। इसके साथ ही सरकारी दफ्तर, दो भाजपा विधायकों के घर भी तोड़फोड़ और आगजनी की घटना हुई है। पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। वहीं असम के हिंसक प्रदर्शनों का असर अब मेघायल भी पहुंच गया है।

गुरूवार को देर रात केन्द्रीय कानून मंत्री ने एक आधिकारिक बयान जारी कर बताया कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नागरिकता संशोधन बिल को अपनी मंजूरी दे दी है। बता दें कि यह बिल पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से 31 दिसंबर, 2014 तक आने वाले हिंदुओं, सिखों, बौद्ध, ईसाई, जैन, पारसी को भारत की नागरिकता प्रदान करेगा। इस बिल में मुस्लिमों को बाहर रखा गया है।

असम में विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गए दो प्रदर्शनकारियों की पहचान हो गई है। गुवाहटी पुलिस के अनुसार, हिंसा के दौरान मारा गया एक प्रदर्शनकारी दिपांजल दास (21 वर्ष) और दूसरा सैम स्टैफोर्ड (32 वर्ष) है। पुलिस के अनुसार, हिंसा में 21 अन्य लोग भी घायल हुए हैं, इनमें से 9 लोग गुवाहटी मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं।

अधिकारियों ने बताया कि वहीं सीएम सर्बानंद सोनोवाल के गृहनगर चाबुआ में प्रदर्शनकारियों ने सर्किल ऑफिस और रेलवे स्टेशन में तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारियों ने पानीटोला इलाके में भी एक रेलवे स्टेशन को निशाना बनाया। असम और त्रिपुरा में फिलहाल रेल सेवाएं रोक दी गई हैं। वहीं सुरक्षाबलों की अतिरिक्त कंपनियां भी तैनात की गई हैं। मोबाइल इंटरनेट पर भी फिलहाल बैन लगाया गया है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में बताया कि बीएसएनएल के अलावा अन्य सभी ब्रॉडबैंड सेवाएं बंद कर दी गई हैं। बुधवार को राज्य सरकार ने गुवाहटी पुलिस कमिश्नर समेत कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का तबादला भी कर दिया। सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने जोरहाट से कृषक मुक्ती संग्राम समिति (KMSS) के प्रमुख अखिल गोगोई को भी गिरफ्तार किया है।

डिब्रूगढ़ में प्रदर्शनकारियों ने सांसद और केन्द्रीय मंत्री रामेश्वर तेली के आवास और दो भाजपा विधायकों प्रशांत फूकन और बिनोद हजारिका के आवास में घुसने का प्रयास किया। डिब्रूगढ़ में आरएसएस ऑफिस के बाहर खड़ी कुछ मोटरसाइकिलों में प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी।

असम के साथ ही पड़ोसी राज्यों त्रिपुरा और मेघालय में भी CAB के विरोध में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग के दो पुलिस थानों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर भी 2 दिनों के लिए पाबंदी लगा दी गई है।