संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और नेशनल रजिस्ट्रर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) पर जारी विवाद के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों से मुलाकात की। सीएए के पक्ष में राजस्थान के जोधपुर में जनसभा के बाद यह मुलाकात हुई। इस दौरान रिफ्यूजियों ने उनके सामने अपने दुख-दर्द बयां किए तो शाह ने उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि अब आपको कष्ट नहीं होगा क्योंकि आप भारत के नागरिक हो गए हैं।

शाह और रिफ्यूजियों की मुलाकात का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें वह एक रिफ्यूजी का हाथ थपथपा कर उनकी हौसला अफजाई कर रहे हैं। वीडियो में एक रिफ्यूजी शाह के सामने अपनी व्यथा सुनाते हैं इस दौरान शाह उनका हाथ थपथपाते हैं और उनसे कहते हैं अब आपको कष्ट नहीं होगा क्योंकि अब आप नागरिक हो गए हैं।’

इस वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स ने अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी हैं। एक यूजर ने कहा ‘पाकिस्तानियों से इतना प्यार और हिंदुस्तानी प्रोटेस्टर्स को डंडा। वाह मोदी जी वाह।’

एक यूजर ने कहा ‘यह अपमान से भरा है। शर्मनाक….शर्मनाक… शर्मनाक। मुर्दाबाद….मुर्दाबाद।’ एक अन्य यूजर ने कहा ‘प्रधानमंत्री बिरयानी खाने पाकिस्तान जाते हैं, गृह मंत्री बुलाकर बिरयानी खिलाते हैं। क्या जोड़ी है।’

बता दें कि इस मुलाकात से पहले रैली को संबोधित करते हुए शाह ने सीएए पर पुर्निवचार की किसी संभावना को पूरी तरह खारिज किया। उन्होंने कहा कि भाजपा इस मामले में अपने फैसले से एक इंच भी पीछे नहीं हटेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सीएए किसी की नागरिकता लेने नहीं बल्कि नागरिकता देने का कानून है। शाह ने यहां कमला नेहरू नगर में सीएए के समर्थन में पार्टी के जनजागरण अभियान की शुरुआत करते हुए एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी इस मामले में अपना पक्ष रखने के लिए देशभर में सभाएं और रैलियां करेंगी।

बता दें कि सीएए में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण 31 दिसंबर 2014 तक भारत आए गैर मुस्लिम शरणार्थी- हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है। विपक्ष का कहना है कि सीएए संविधान का उल्लंघन करता है।