उपराष्ट्रपति चुनाव में सत्तापक्ष और विपक्ष की बीच की दूरियां भी कम नजर आई। मतदान करने आए सांसद एक दूसरे की मदद के लिए आगे आते और तालमेल बैठाते नजर आए। मतदान के समय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी एक साथ हाथ पकड़कर चलते दिखाई दिए। गडकरी उस समय सीढ़ियों पर मतदान केंद्र के नजदीक कांग्रेस अध्यक्ष की मदद करने की कोशिश कर रहे थे।

मतदान केंद्र के बाहर सभी सांसद ऐसे ही दोस्ताना अंदाज में नजर आए। कतारों में लगे वरिष्ठों को पहले आगे भेजने का मौका दिया और खुद की बारी आने का भी इंतजार किया। इस पूरे दृश्य से लगा कि कांग्रेस- भाजपा और अन्य सांसद एक साथ हंसी मजाक करते नजर आए।

संसद परिसर में ऐसे नजारे कम ही देखने को मिलते हैं

गलियारे में न सिर्फ सत्ता पक्ष व विपक्ष और भाजपा के सांसद भी इसी अंदाज में एक दूसरे की खैर खबर लेते नजर आए। इनमें रविशंकर-हेमा मालिनी भी गलियारे में एक बातचीत करते नजर आए। हालांकि दूरी अधिक होने की वजह से उनकी चर्चा स्पष्ट नहीं हो पाई। सामान्य तौर पर संसद परिसर में ऐसे नजारे कम ही देखने को मिलते हैं।

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मालूम हो कि इस बार के पूरे संसद सत्र में ऐसा एक भी दिन नहीं था, जब सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच की दूरियां कम हुई हो। केंद्र सरकार लगातार बिहार की मतदाता सूची मामले में विपक्ष के साथ बैठकें करती रही और विपक्ष को सभी बारिकियां समझाने की कोशिश करती रही। दावा यहां तक रहा कि विपक्ष ने संसद चलाने पर सहमति जताई लेकिन बाद में सदन में कार्यवाही को नहीं चलने दिया।

इस पूरे हंगामें और विरोध का असर सत्र के आखिरी दिन तक भी नजर आया। सत्र समापन होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के कक्ष में होने वाली बैठक तक में विपक्ष शामिल नहीं हुआ था। सामान्य तौर पर जैसे ही सत्र का समापन होता है तो यह बैठक होती है, जहां प्रधानमंत्री समेत अन्य नेता परंपरा के तौर पर शामिल होते हैं।