गांधीनगर के महात्मा मंदिर कन्वेंशन सेंटर में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट (VGS) का आयोजन किया जा रहा है। 10 से 12 जनवरी तक सम्मेलन के 10वें संस्करण का आयोजन किया जाएगा। वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान, चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री पेट्र फियाला, मोजाम्बिक के राष्ट्रपति फिलिप जैसिंटो न्यूसी, तिमोर-लेस्ते के राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्टा, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत भी शामिल हुए। इस बार सम्मेलन की थीम ‘गेटवे टू द फ्यूचर’ है। सम्मेलन में 34 देश और 16 संगठन शामिल हुए। समिट को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सभी प्रमुख रेटिंग एजेंसियों की राय है कि भारत अगले कुछ वर्षों में दुनिया की तीन सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा। आइये जानते हैं प्रधानमंत्री के संबोधन से जुड़ी 10 बड़ी बातें।
- पीएम ने कहा कि दुनिया, भारत को स्थिरता के एक महत्वपूर्ण स्तंभ और वैश्विक अर्थव्यवस्था में वृद्धि के इंजन के रूप में देखती है। तेजी से बदलती वैश्विक व्यवस्था में भारत विश्व मित्र के रूप में आगे बढ़ रहा है।
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत-यूएई संबंधों में आई प्रगाढ़ता का श्रेय संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान को दिया। वाइब्रेंट गुजरात समिट को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा कि UAE के राष्ट्रपति का इस आयोजन में शामिल होना हमारे लिए बहुत खुशी की बात है। वाइब्रेंट गुजरात समिट में उनका यहां मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होना भारत और UAE के दिनों-दिन मजबूत होते आत्मीय संबंधों का प्रतीक है।
- वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने अगले 25 वर्षों में भारत को एक विकसित देश बनाने का लक्ष्य रखा है। PM मोदी ने कहा, “आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। 10 साल पहले भारत 11वें स्थान पर था। आज सभी प्रमुख एजेंसियों का अनुमान है कि आने वाले वर्षों में भारत दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में होगा। दुनिया भर के लोगों को अपना विश्लेषण करने दीजिए, लेकिन यह मेरी गारंटी है कि ऐसा होगा।”
- गांधीनगर पहुंचे PM मोदी ने कहा कि भारत विश्व मित्र की भूमिका में आगे बढ़ रहा है। आज भारत ने विश्व को यह भरोसा दिया है कि हम साझा लक्ष्य तय कर सकते हैं, अपने लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। विश्व कल्याण के लिए भारत की प्रतिबद्धता, भारत की निष्ठा, भारत के प्रयास और भारत का परिश्रम आज की दुनिया को ज्यादा सुरक्षित और समृद्ध बना रहा है।
- PM मोदी ने कहा कि कुछ समय पहले ही वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट को 20 साल पूरे हुए हैं। बीते 20 वर्षों में इस समिट ने नए विचारों को प्लेटफॉर्म दिया है। इसने निवेश और रिटर्न के लिए नए गेटवे बनाए हैं। उन्होंने आगे कहा कि वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की इस बार की थीम है- “गेटवे टू द फ्यूचर”, 21वीं सदी की दुनिया का भविष्य हमारे साझे प्रयासों से ही उज्ज्वल बनेगा। भारत ने अपने G20 अध्यक्षता के दौरान भी वैश्विक भविष्य के लिए एक रोडमैप दिया है। वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में भी हम इस विज़न को आगे बढ़ा रहे हैं।
- वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा कि भारत की आजादी के 75 साल पूरे हुए हैं और अब भारत अगले 25 वर्षों के लक्ष्य पर काम कर रहा है। जब भारत अपनी आजादी के 100 वर्ष मनाएगा तब तक हमने भारत को विकसित बनाने का लक्ष्य रखा है। यह 25 साल का कार्यकाल भारत का अमृतकाल है। इस अमृतकाल में यह पहली वाइब्रेंट गुजरात समिट हो रही है इसलिए इसका महत्व और बढ़ गया है।
- गांधीनगर में वाइब्रेंट गुजरात समिट 2024 के उद्घाटन समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह भारत के लिए गर्व का क्षण था क्योंकि भारत की अध्यक्षता के दौरान अफ्रीकी संघ G20 का स्थायी सदस्य बन गया।
- गांधीनगर में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम सभी वैश्विक परिस्थितियों से अवगत हैं। ऐसे समय में तमाम रुकावटों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था इस तरह से आगे बढ़ रही है, भारत में विकास ऐसी गति दिखा रहा है। इसके पीछे एक बड़ा कारण पिछले 10 वर्षों में संरचनात्मक सुधारों पर हमारा ध्यान केंद्रित करना है। इन सुधारों ने भारत की अर्थव्यवस्था की क्षमता, योग्यता और प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाया है।
- प्रधानमंत्री ने वैश्विक नेताओं और दुनिया भर के निवेशकों को बताया कि अब भारत अगले 25 वर्षों के लक्ष्य पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘जब भारत अपनी आजादी के 100 वर्ष मनाएगा, तब तक हमने भारत को विकसित बनाने का लक्ष्य रखा है। इसलिए ये 25 साल का कार्यकाल भारत का अमृतकाल है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान, चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री पेट्र फियाला, मोजाम्बिक के राष्ट्रपति फिलिप जैसिंटो न्युसी, तिमोर-लेस्ते के राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्टा, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने सामूहिक तस्वीर खिंचवाई।