दिल्ली की केजरीवाल सरकार के बाद पंजाब और हरियाणा ने डीजल पर मूल्यवर्द्धित कर (वैट) बढ़ा दिए हैं। इससे र्इंधन पर दो रुपए प्रति लीटर की कटौती का लाभ ग्राहकों को नहीं मिल पाएगा। गौरतलब है कि पंजाब में शिरोमणि अकाली दल-भाजपा की अगुआई वाली सरकार है जबकि हरियाणा में भाजपा की। दिल्ली में केजरीवाल सरकार द्वारा वैट बढ़ाए जाने का विरोध कांग्रेस के साथ भाजपा भी कर रही है।
पंजाब ने डीजल पर वैट बढ़ाकर 13.4 जबकि हरियाणा ने डीजल पर 16.4 फीसद कर दिया है। विपक्ष ने वैट बढ़ाने के इस फैसले का विरोध किया है। दिल्ली में भाजपा और कांगे्रस ने केजरीवाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया, जबकि हरियाणा में भाजपा की अपनी सरकार है और यहां वह विपक्ष के निशाने पर है। पंजाब में भाजपा, सत्तारूढ़ अकाली सरकार के साथ है और कांगे्रस सरकार के इस कदम का विरोध कर रही है।
उपकर और अधिभार जैसे सभी स्थानीय करों को जोड़ने पर पंजाब और हरियाणा में वैट क्रमसे 17.29 फीसद और 17.22 फीसद हो गया है। हरियाणा के आबकारी शुल्क व कराधान विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, सरकार ने डीजल पर वैट 12.07 फीसद से बढ़ाकर 16.4 फीसद कर दिया है।
पंजाब आबकारी व कर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा- पंजाब में डीजल पर वैट 11.25 फीसद से बढ़ाकर 13.4 फीसद कर दिया गया है। अगर उपकर (एक रुपए प्रति लीटर)और अधिभार(वैट पर 10 फीसद)जोड़े तो प्रभावी कर 17.29 फीसद हो जाएगा। वैट में वृद्धि और तेल विपणन कंपनियों द्वारा दो रुपए की कटौती से पंजाब में डीजल का खुदरा मूल्य 1.25 रुपए प्रति लीटर कम हो गया है जबकि हरियाणा में कीमत लगभग पुराने स्तर पर ही है।
पंजाब में डीजल 50.41 रुपए लीटर हो गया जो पहले 51.66 रुपए लीटर था। हरियाणा में नई दर 50.10 रुपए लीटर है जो पहले 50.14 रुपए लीटर थी। उल्लेखनीय है कि तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम में दो रुपए प्रति लीटर की कटौती की थी।
इस बीच दिल्ली सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर वैट बढ़ाए जाने का विरोध करने दिल्ली सचिवालय जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने आइटीओ के निकट रोक लिया। मजबूरन कार्यकर्ताओं ने वहीं पर विशाल प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने किया। प्रदर्शनकारी दिल्ली सचिवालय जाने की कोशिश में पुलिस से भिड़ गए। पुलिस कार्रवाई के दौरान निगम पार्षद सुमित्रा दहिया की आंख में गंभीर चोट आई। उन्हें पहले गुरुनानक अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान के राजेंद्र प्रसाद आइ इंस्टीट्यूट में स्थानांतरित किया गया।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए सतीश उपाध्याय ने कहा कि वैट बढ़ोतरी के लिए दिल्ली सरकार द्वारा दिए जा रहे प्रशासनिक बहानों में बिल्कुल भी दम नहीं है। पड़ोसी राज्यों के विपरीत दिल्ली में वैट करों की भारी आय है इसलिए दिल्ली में वैट दरें बढ़ाने की कोई आवश्यकता नहीं थी। स्वयं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में बोलते हुए कहा था कि दिल्ली का बजट मुनाफे का बजट है।
उपाध्याय ने कहा कि दूसरी ओर दिल्ली सरकार जनता का सैकड़ों करोड़ रुपए खुद की तारीफों के पुल बांधने पर खर्च कर रही है। ऐसे में सरकार को वैट दरें बढ़ाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में इस तरह वैट टैक्स की बढ़ोतरी दिल्ली के व्यापार के हित में नहीं है और इससे अंतत: में सरकार की आमदनी घटेगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री हर वक्त अधिकारों के लिए लड़ते रहते हैं तो फिर वे पड़ोसी राज्यों के साथ वैट बढ़ाने पर सहमत क्यों हो गए जबकि सभी जानते हैं कि वैट बढ़ोतरी ही दिल्ली के वितरण व्यापार केंद्र होने के लाभ को समाप्त कर देगी।
विजय गोयल ने कहा कि दिल्ली की जनता अब सरकार की गंदी नीतियों को भलीभांति समझ रही है। पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में सरकार ने पानी के रेट में 10 फीसद, बिजली के रेट में 6 फीसद, मनोरंजन कर में 20 फीसद और अब वैट में 5 फीसद की बढ़ोतरी की है जिससे हर परिवार परेशान है। रमेश बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली सरकार अब जनता को और गुमराह नहीं कर सकती। हर मामले में केजरीवाल भाजपा सरकारों का विरोध करते हैं और टैक्स बढ़ोतरी में वे चुपचाप मान गए क्योंकि जनता का करोड़ों रुपए वह पहले ही खुद के प्रचार में बरबाद कर चुके हैं। आरपी सिंह ने कहा कि केजरीवाल कुछ सबसिडी देकर दिल्ली की जनता को गुमराह कर रहे हैं और उसकी आड़ में निजी पॉवर कंपनियों को भारी लाभ पहुंचा रहे हैं। अब इसी लाभ को जनता पर वैट की बढ़ोतरी कर वापस वसूला जा रहा है।
दिल्ली में पेट्रोल और डीजल पर वैट की दरों में वृर्द्धि के एक दिन बाद युवा कांग्रेस ने आज आप सरकार पर लोगों को ठगने और धोखा देने का आरोप लगाया और यहां इस मुद्दे पर अलग-अलग विरोध प्रदर्शन किया। प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष अमित मलिक की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने केजरीवाल के आवास की ओर जाने का भी प्रयास किया जहां भारी संख्या में तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। मलिक ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार की कथनी और करनी में साफ अंतर है। वे भूठ बोलकर सरकार में आए हैं अब उनकी पोल खुल रही है।
दिल्ली कांग्रेस प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने प्रदेश सरकार को झूठा और गलत वादा करने वाला करार दिया। उन्होंने कहा कि जान-बूझकर दिल्ली के लोगों को भ्रमित करना, विश्वास के साथ पूर्ण धोखा, 526 करोड़ रुपए का प्रचार बजट , पार्टी कार्यकर्ताओं को एक लाख रुपए से अधिक वेतन दिल्ली के लोगों पर भारी पड़ रहा है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आम आदमी पार्टी द्वारा वैट में वृद्धि किए जाने के कारण पेट्रोल की कीमत में 2.78 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 1.83 रुपए प्रति लीटर बढ़ गई।