नए साल की शुरूआत के साथ ही जम्मू के कटरा में माता वैष्णो देवी के मंदिर से दुखद खबर आई। रात में दर्शन के दौरान माता वैष्णो देवी के भवन में भगदड़ मच गई जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। वहीं, इस हादसे पर जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने दावा किया कि न तो प्रशासन और न ही पुलिस अपनी ड्यूटी निभा रही है।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह वैष्णो देवी के भवन में मची भगदड़ की घटना से दुखी हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रशासन और पुलिस “लोगों को चुप कराने की धमकी देने में तल्लीन हैं। इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।”
वहीं, बसपा प्रमुख मायावती ने भी इस हादसे पर दुख व्यक्त किया और सरकार पर निशाना साधा। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मायावती ने कहा, ”वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन के दौरान हुए हादसे में कई लोगों की मौत हो गई और बड़ी संख्या में लोग बुरी तरह घायल हो गए। मीडिया के माध्यम से अब तक जो तथ्य सामने आ रहे हैं, उसमें सरकार की ज़्यादा लापरवाही नज़र आ रही है। सरकार इस पर गंभीरता से चिंतन करे।”
जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने ऐलान किया है कि मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। वहीं उपराज्यपाल ने एक जांच कमिटी भी बनाई है जो कि हादसे की वजहों का पता लगाएगी।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा, ”मुझे लगता है कि उधर किसी तरह का भ्रम हुआ होगा जिससे कुछ प्रतिक्रिया हुई होगी। वहां मौजूद लोगों के अनुसार, कुछ क्रॉस-मूवमेंट था जिसके कारण कुछ टकराव हुआ, या कुछ बहसबाजी हुई होगी। सभी चीज़ें देखी जा रही हैं। ज़्यादातर मौतें दम घुटने और लोगों के आपस में टकराने से हुई हैं।” इस भगदड़ में घायल लोगों का इलाज कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर नारायणा में चल रहा है।