उत्तराखंड के हल्द्वानी में इस समय तनावपूर्ण माहौल है। हिंसा में अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं कई पुलिसकर्मी घायल हो गए गए हैं। इस बीच महिला पुलिसकर्मियों ने अपनी जान बचाने के लिए स्थानीय महिलाओं के कपड़े पहनकर उनकी तरह भेष बनाए। पुलिसकर्मियों ने लोकल महिलाओं के सलवार सूट पहने तब जाकर उनकी जान बची।

रिपोर्ट के अनुसार, बनभूलपुरा में अतिक्रमण हटाने गई टीम के साथ महिला पुलिसकर्मी भी थीं। वे विरोध करने वाली महिलाओं को रोकने के लिए डटी हुई थीं। तभी उपद्रवियों ने पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। जिसमें कई महिला पुलिसकर्मी घायल हो गईं। लगभग 5 महिला पुलिसकर्मी सहित पुलिस टीम गलियों में फंस गई। घरों की छतों से पत्थर बरस रहे थे। किसी तरह महिला पुलिकर्मी बचने की कोशिश करती रहीं। इस बीच आस-पास के लोगों ने पुलिसकर्मी को घरों में पनाह दी। इस तरह महिला पुलिसकर्मियों की जान बच सकी। रात में फोर्स पहुंची तो पुलिसकर्मियों ने स्थानीय महिलाओं के कपड़े पहने और फिर उन्हें वहां से भेजा गया।

उपद्रवी महिला पुलिसकर्मियों को खोजते रहे

इलाके की महिलाओं ने पुलिकर्मियों को पनाह दी और अपने घरों में पनाह दी। हालांकि उपद्रवी क्षेत्र में फंसे पुलिसकर्मियों को खोजते रहे। वे घरों के दरवाजे खटखटाते रहे। इस बीच एक लोकल महिलाओं ने उनके कपड़े बदलाकर उनका भेष बदल दिया। पुलिसकर्मियों ने लोकल महिलाओं के कपड़े और चप्पल पहने। एक घर में तीन और एक घर में एक महिलापुलिसकर्मी ने आश्रय लिया। कर्फ्यू लगने के बाद पुलिस फोर्स उन्हें खोजते हुए पहुंची और उन्हें सुरक्षित उनके घर सौंपा।

वहीं उपद्रवियों ने उस परिवार को अपना निशाना बनाया जिन्होंने दो पुलिसकर्मयों को अपने घर में पनाह दी थी। उपद्रवियों ने उनके घर पर पथराव किया और आग लगा दी।