6 दिसंबर को दक्षिणपंथी हिंदू संगठनों ने उत्तर प्रदेश के मथुरा के शाही ईदगाह में जलाभिषेक करने की घोषणा की थी। जिसके बाद मथुरा में चप्पे चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई थी। लेकिन अयोध्या के राम मंदिर के मुख्य पुजारी ने मथुरा मामले से पूरी तरह पल्ला झाड़ लिया है और कहा कि आगामी चुनाव के मद्देनजर यह भाजपा का प्लान है।

समाचार चैनल एनडीटीवी से बात करते हुए अयोध्या राम जन्मभूमि मंदिर के महंत सत्येंद्र दास ने आगामी लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर के निर्माण कार्य पूरा होने को लेकर कहा कि यह पूरी तरह से बीजेपी पर है। हमारी सीमा रामलला तक है, हम मथुरा की ओर नहीं देख रहे। रामलला का भव्‍य मंदिर बन रहा है। इसके बाद वे काशी जाएं या मथुरा। यह पूरी तरह से बीजेपी का मामला है। वे अपनी राजनीति जारी रखेंगे। 

गौरतलब है कि बीते दिनों हिंदू संगठनों ने अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराए जाने की बरसी पर 6 दिसंबर को मथुरा के शाही ईदगाह मस्जिद में जलाभिषेक कार्यक्रम का ऐलान किया था और प्रशासन से परिसर में श्रीकृष्ण की प्रतिमा स्थापित करने की इजाजत मांगी थी। लेकिन प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी थी। साथ ही प्रशासन ने चप्पे चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए थे। जिसके बाद हिंदू संगठनों ने अपने कार्यक्रम को रद्द कर दिया।

हालांकि पिछले दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ ने ही अयोध्या में एक कार्यक्रम के दौरान बिना मथुरा का नाम लिए हुए कारसेवा करने की बात कही थी। योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि पहले राम के बारे में बोलना अपराध माना जाता था। लेकिन रामभक्तों पर गोलियां चलाने वाले लोग आज झुके हुए हैं। अगर ऐसा ही रहा तो वे और उनका परिवार भी कारसेवा करेंगे। अगली कारसेवा में गोली भी नहीं चलेगी और रामभक्तों पर फूलों की वर्षा होगी।

इसके कुछ दिनों बाद उत्तरप्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी मथुरा को याद करने लगे। केशव मौर्य ने ट्वीट करते हुए लिखा कि अयोध्या काशी भव्य मंदिर निर्माण जारी है, मथुरा की तैयारी है। उनके इस ट्वीट पर सियासी घमासान शुरू हो गया और बाद में उन्होंने अपने ट्वीट को लेकर कहा कि हर कोई कृष्ण जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण होते देखना चाहता है।