देश में UCC को लेकर चर्चा तेज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसकी चर्चा की। हालांकि उत्तराखंड सरकार UCC पर काफी पहले से काम कर रही है। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश की जनता ने उन्हें दूसरी बार जनादेश देकर इतिहास रचा है तो अब हमारी बारी है कि जनता की उम्मीदों को पूरा करें।

देवभूमि की मूल संरचना को कायम रखने के लिए धर्मांतरण विधेयक को जरूरी समझने वाले पुष्कर सिंह धामी समान नागरिक संहिता को राज्य में लागू करने की पूरी तैयारी कर चुके हैं। उनका कहना है कि पर्वतीय राज्य प्राकृतिक आपदा से गुजरते हैं, और फिर खड़े होते हैं। पारिस्थितिकी के लिहाज से उत्तराखंड पूरी तरह सुरक्षित है और अपनी आर्थिक स्थिति को भी मजबूत कर रहा है। धार्मिक और राजनीतिक रूप से सरगर्म राज्य के मुखिया पुष्कर सिंह धामी से कार्यकारी संपादक मुकेश भारद्वाज की देहरादून में हुई विस्तृत बातचीत के अंश।

मुकेश भारद्वाज- पहला सवाल वही, जिसकी पहल उत्तराखंड ने की और आज वह देश का अहम मुद्दा है। समान नागरिक संहिता को लेकर आपका क्या कहना है?

सीएम पुष्कर सिंह धामी- हम समान नागरिक संहिता को जल्द से जल्द लागू करने के लिए लिए काम करेंगे। उस पर समिति बनाई गई है। हम राज्य में जल्द ही देवतुल्य जनता के जनादेश को लागू करेंगे। उत्तराखंड की जनता ने हमें अपना आशीर्वाद दिया। दोबारा सेवा करने का अवसर दिया तो हमने अपना जो वादा था, हमारा जो संकल्प था, उसे पूरा करने के लिए कदम बढ़ाया। भारत के संविधान के अनुच्छेद 44 को आप जब विस्तार से पढ़ेंगे तो उसकी आवश्यकता और जरूरत दोनों समझ में आ जाएंगे।

मुकेश भारद्वाज- समान नागरिक संहिता के संदर्भ में मुसलिम समुदाय को लेकर जो खौफ और आशंका जाहिर की जा रही है, एक मुख्यमंत्री के तौर पर आप क्या कहना चाहेंगे?

सीएम पुष्कर सिंह धामी- देखिए, लंबे समय से इस तरह का भ्रम फैलाया जाता रहा। अब देश के अंदर एक संविधान, एक विधान, एक निशान की मांग हो रही है। यह सबके लिए अच्छा होगा। बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने जब संविधान बनाया था तो सभी वर्गों को ध्यान में रखा था। संविधान को देश के विद्वानों ने मिल कर सभी के हित में बनाया था। संविधान को सबकी सुरक्षा के लिए, सबके अधिकारों के लिए बनाया गया था। जब इतने विद्वान लोगों ने भारत का संविधान बनाया तो उन्होंने उस समय जरूर इसका आकलन किया होगा। आज इस पर सवाल खड़े करने वाले वही लोग हैं जो समाज को बांटने का काम करते हैं। ये तुष्टीकरण करने वाले लोग हैं। हम किसी के खिलाफ नहीं हैं। हम भारत के संविधान के साथ चलनेवाले लोग हैं।

मुकेश भारद्वाज- अब तो यह सबसे बड़ा राष्ट्रीय मुद्दा बन गया है। प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश में इसे लेकर एलान कर ही दिया है। कुछ दल इसे लेकर साथ हैं तो कुछ खिलाफ। इसे लेकर सर्वसम्मति बनाने में आपकी क्या पहल होगी?

सीएम पुष्कर सिंह धामी- उत्तराखंड में इसके लिए सेवानिवृत्त जज रंजना प्रकाश देसाई की अध्यक्षता में ड्राफ्ट कमिटी बनी है। कमिटी ने दो लाख से भी ज्यादा लोगों के विचार लिए हैं। विभिन्न धार्मिक संगठनों के लोगों से बात की गई है। सभी भागीदारों, हर समुदाय के लोग, हर धर्म के लोग से बात की है। बड़े विद्वान लोगों ने भी इसमें अपनी राय दी है। सबका संकलन हो रहा है, सबकी राय आ रही है। कई जगह के कानून को देख कर तुलनात्मक अध्ययन किया गया है। विधि आयोग भी इस पर काम कर रहा है। सबके विचार आ जाएंगे और ड्राफ्ट हमें मिल जाएगा तो इसे तुरंत लागू कर दिया जाएगा। इसे अंतिम रूप दे दिया गया है। मैं समझता हूं कि किसी को इस पर चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। भारत के संविधान की भावना के अनुरूप इसमें सारे प्रावधान होंगे। ड्राफ्ट का आकलन करने के बाद हम आगे बढ़ेंगे और जल्द ही उत्तराखंड में समान नागरिक कानून संहिता को लागू करेंगे। यह राज्य के लोगों के साथ किया वादा है जो जल्द ही पूरा होने जा रहा है।

मुकेश भारद्वाज- उत्तराखंड में धर्मांतरण के खिलाफ विधेयक लाने के पीछे आपकी क्या सोच रही?

सीएम पुष्कर सिंह धामी- देश के अंदर बहुत सारे ऐसे तत्त्व काम करते हैं, जो हमारे मूल ढांचे के खिलाफ हैं। धर्मांतरण एक महापाप की तरह कहीं डरा कर, कहीं धमका कर, कहीं लालच देकर, कई मनगढ़ंत बातों को बता कर या कम पढ़े-लिखे लोगों को झांसे में लेकर लगातार हो रहा था। इसे मैंने खुद बहुत नजदीक से देखा है। इसलिए हम उत्तराखंड में धर्मांतरण के संदर्भ में विधेयक लेकर आए। इसमें हमने दस साल तक की कठोर सजा का प्रावधान कर दिया है। जो भी जबरन धर्मांतरण का काम करेगा, उस पर कार्रवाई होगी। प्रशासन से उन्हें इजाजत लेनी होगी। यह उत्तराखंड देवभूमि के मूल स्वरूप को बनाए रखने के लिए जरूरी था। इसलिए हम धर्मांतरण का सख्त विधेयक यहां पर लेकर आए।

मुकेश भारद्वाज- प्रधानमंत्री ने 2024 के चुनाव प्रचार का शंखनाद कर दिया है। आपके राज्य की इसमें क्या भूमिका रहेगी? इस सवाल की वजह अगले सवाल में।

सीएम पुष्कर सिंह धामी- उत्तराखंड एक ऐसा राज्य है जो पूरी दुनिया के अंदर देवभूमि के नाम से जाना जाता है। और, इस देवभूमि से माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का विशेष लगाव है। यहां के लोग भी उनसे अत्यधिक प्रेम करते हैं। मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद मैं समझता हूं कि इस राज्य के लिए सभी सेक्टरों को जोड़ देंगे तो लगभग डेढ़ लाख करोड़ की योजना स्वीकृत हुई है। जो आजाद भारत के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ। 2014 से ज्यादा वोट 2019 में मिले थे। 2024 में रिकार्ड बनेगा मुझे पूरा भरोसा है उत्तराखंड की जनता पर। जिस प्रकार से उन्हें मोदी जी के मार्गदर्शन पर, मोदी जी के काम पर, उनके प्रेम पर भरोसा है, उत्तराखंड के साथ जो रिश्ता है उससे 2022 के चुनाव में मिथक टूटा और हमारी लगातार दूसरी बार सरकार बनी। इसी का दोहराव 2024 में भी होगा। उत्तराखंड की प्रवृत्ति हमेशा से देश के साथ चलने की रही है। उत्तराखंड के लोग भारत की सीमा के प्रहरी हैं। उत्तराखंड की जनता लोकसभा में भाजपा का साथ देगी और नरेंद्र मोदी जी फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे।

मुकेश भारद्वाज- पहले सवाल की वजह यही थी कि प्रधानमंत्री ने हाल ही में कहा था कि अगला दशक उत्तराखंड का होगा।

सीएम पुष्कर सिंह धामी- निश्चित रूप से उनका जो कथन है, उन्होंने उत्तराखंड के बारे में जो स्वप्न देखा है, अपेक्षा की है, सब पूरे होंगे। बाबा केदार की भूमि, शिव की भूमि में उनके मुंह से ये शब्द निकले थे। वे शिवरूपी शब्द थे। शिवरूपी शब्द धरातल पर उतर रहे हैं। उत्तराखंड हर क्षेत्र में आगे आ रहा है। उत्तराखंड आज पर्यटन के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है, चार धाम यात्रा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है, सुशासन के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। उत्तराखंड के लोगों की जो अपेक्षाएं हैं, आशाएं हैं उसे हम पूरा करेंगे। बाकी प्रधानमंत्री जी का जो कथन है उसके लिए हर उत्तराखंड वासी, हर किसी को प्रेरित करेगा। अगला दशक उत्तराखंड का दशक होगा।

मुकेश भारद्वाज- पिछले दिनों उत्तराखंड जोशीमठ को लेकर चर्चा में रहा। लोगों को लगा, अत्यधिक सक्रियता के कारण पहाड़ दरक गए हैं। इसे लेकर राज्य सरकार की क्या कोशिश रही?

सीएम पुष्कर सिंह धामी- जोशीमठ की घटना प्राकृतिक आपदा के रूप में हमारे सामने आई और हमने वहां के लोगों को तत्काल राहत पहुंचाई। राज्य अपनी पूरी क्षमता के साथ नागरिकों के बीच था। जोशीठ में प्रभावित लोगों का पुनर्वास करने से लेकर उन्हें उचित मुआवजा दिया। मुआवजा भी वहां की जरूरतों और शर्तों के अनुसार दिया। उत्तराखंड एक पर्वतीय राज्य है। अन्य पर्वतीय राज्यों की तरह यहां अक्सर किसी न किसी रूप में प्रकृति अपना कहर दिखाती है। यहां कई जगहों पर आपदा आती है। जहां तक जोशीमठ की बात है तो इस घटना को मीडिया के कारण ज्यादा तूल दे दिया गया। जोशीमठ में लोगों को परेशानी हुई यह सच है। लेकिन, मिलजुल कर उसका सामना किया गया। सबसे बड़ा सच यह है कि वहां पर कोई भी जन-हानि नहीं हुई। किसी भी प्रकार की पशु-हानि भी नहीं हुई। उत्तराखंड की स्थिति को लेकर जो हंगामा खड़ा किया गया, हकीकत की जमीन पर वैसा कुछ नहीं है। चार धाम यात्रा चल रही है। अभी तक 33 लाख लोग चार धाम की यात्रा कर चुके हैं। 22 अप्रैल को यात्रा प्रारंभ हुई थी। अप्रैल माह के कुछ दिन और मई का महीना। लगभग दो महीने का कालखंड पूरा हुआ है। आप देखिए कि दो महीने में 33 लाख लोगों का आंकड़ा अपने-आप में यह दर्शाता है कि उत्तराखंड चारों तरफ से ठीक है।

मुकेश भारद्वाज- क्या राज्य में ऐसे क्षेत्रों का आकलन किया गया है जो किसी तरह से कुदरती कहर का शिकार हो सकते हैं।

सीएम पुष्कर सिंह धामी- हम ऐसे सभी स्थानों का जो कुदरती तौर पर संवेदनशील हैं, जहां पर आपदा आई है, जो हिमालय पर बसे हैं, धारण क्षमता का आकलन करवा रहे हैं। कहीं पर भी क्षेत्र की धारण क्षमता से अधिक भार दिया जा रहा है तो हम निश्चित तौर पर उसके लिए मानक बनाएंगे, काम करेंगे। हमारा मानना है कि राज्य में ‘इकोलाजी’ और ‘इकोनामी’ दोनों साथ-साथ चल सकते हैं। दोनों का संतुलन होना चाहिए। यहां पर ‘इकोनामी’ को बढ़ाने के लिए ‘इकोलाजी’ का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।

मुकेश भारद्वाज- हर पर्वतीय राज्य की तरह उत्तराखंड में भी बहुमंजिला इमारतों का चलन बढ़ रहा है। हर किसी का सपना होता है कि पहाड़ में घर बनाऊं। उत्तराखंड में भी यह आगे चल कर बेकाबू न हो जाए, आप उसके लिए कोई नियम बना रहे हैं?

सीएम पुष्कर सिंह धामी- इन सब मुद्दे पर हम गहनता से आकलन कर रहे हैं। यहां जिस तरह बड़ी संख्या में भूखंड खरीदे जा रहे हैं, उन पर निर्माण हो रहा है, इन सब पर हम जल्द ही नीति बनाने वाले हैं। नीति बनाकर उस पर आगे बढ़ेंगे। संबंधित प्राधिकरण इस पर काम कर रहे हैं। पूरे राज्य की एक साथ समीक्षा करके आगे वही होगा जिसमें प्रकृति का हित होगा। यहां का जो प्राकृतिक स्वरूप है वो खराब न हो। उत्तराखंड देश-दुनिया को शुद्ध जल और शुद्ध पर्यावरण देता है। उत्तराखंड देव-भूमि है। प्राकृतिक रूप से और सामान्य रूप से इसका जो मूल स्वरूप है किसी भी कीमत पर बिगड़ना नहीं चाहिए। इसे लेकर हमारी प्रतिबद्धता है, हमारा संकल्प है। हम इस पर काम कर रहे हैं।

मुकेश भारद्वाज- आपके नाम पर एक राजनीतिक उपलब्धि है कि उत्तराखंड की जनता ने आपकी सरकार को दोहराया। आपसे लोगों की उम्मीद दोगुनी है। इस जिम्मेदारी को किस तरह देखते हैं?

सीएम पुष्कर सिंह धामी- देवभूमि उत्तराखंड में जनता ने पहली बार किसी पार्टी को लगातार दूसरी बार काम करने का मौका दिया है। इसलिए हमने अपना एक-एक क्षण राज्य के लिए समर्पित किया है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड में सुशासन स्थापित करना, केंद्र और राज्य की योजनाओं को जनसामान्य तक पहुंचाना पहली प्राथमिकता है। समाज के अंतिम छोर पर रहने वाले लोगों के जीवन में विकास लाने, उनको आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। आज लोगों को रोजगार से जोड़ना हो, स्वरोजगार से जोड़ना हो, पाली हाउस बनाने हों, सेब मिशन, किवी मिशन, दालचीनी मिशन, होम स्टे जैसी योजनाएं हैं जिसने हमारी मातृशक्ति को फायदा पहुंचाया है। 2025 में राज्य स्थापना का रजत जयंती वर्ष होगा, पच्चीस साल पूरे होंगे, तब तक उन्हें लखपती दीदी बनाना और स्वयंसहायता समूह को ठीक प्रकार से प्रोत्साहन देना, बिना ब्याज के कर्ज देना तीन लाख और पांच लाख तक का। पशुधन के क्षेत्र में, मत्स्यपालन के क्षेत्र में और एक साल में 18 हजार पालीहाउस बनाने का निर्णय लिया जिससे एक लाख लोगों को सीधे-सीधे रोजगार मिलेगा। नए शहर बनाने पर भी हम तेजी से काम कर रहे हैं। हमारा अमृतसर-कोलकाता गलियारा बन रहा है। उसी के आसपास हम नया शहर बनाएंगे जहां पर कम से कम बीसों हजार लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। पर्यटन की नई नीति लेकर आए हैं। उद्योगों में हम नई नीति लाए हैं, सौर ऊर्जा के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। ऐसे अनेकों काम हम कर रहे हैं जिससे उत्तराखंड हिंदुस्तान का श्रेष्ठ राज्य बने।

मुकेश भारद्वाज- आपने पर्यटन की बात की। पर्वतीय राज्यों की त्रासदी है कि पर्यटन अपने साथ नशा भी लाता है। इस समस्या से निपटने के लिए क्या नीति है?

सीएम पुष्कर सिंह धामी- प्रधानमंत्री और देश के गृह मंत्री लगातार ड्रग्स माफिया पर शिकंजा कसने की बात कह रहे हैं। हमारी जो विभिन्न बैठकें होती हैं उनमें इस पर ठोस कदम उठाने की रणनीति बन रही है। 2025 में उत्तराखंड की स्थापना के 25 साल पूरे होंगे। इस अवसर पर राज्य की जनता को सहभागी बनाते हुए हमारा आह्वान होगा कि राज्य को 2030 तक ड्रग्स-मुक्त किया जाए। इसके लिए हम लोगों को जागरूक कर रहे हैं। ड्रग्स माफिया को पोषित करने वाले लोगों की कमर तोड़ी जाएगी। इसे लेकर राज्य सरकार गंभीर है।

मुकेश भारद्वाज- विपक्ष का आरोप रहता है कि केंद्र हो या राज्य सरकार भाजपा महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार जैसे असल मुद्दे से भटका देती है।

सीएम पुष्कर सिंह धामी- विपक्ष मुद्दा-विहीन है। देश की जनता ने उन्हें सात दशक तक शासन करते हुए देखा है। मोदी जी के कालखंड में कल्याणकारी योजनाएं चलाई गई हैं। सुशासन स्थापित हुआ है। पहली सरकार है जिसमें नौ सालों में भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है। अलबत्ता यूपीए की सरकार की बात करें और उनके घोटाले गिनाने शुरू करें तो कई घंटे लग जाएंगे। टू-जी स्पेक्ट्रम से लेकर राष्ट्रमंडल खेल से जुड़े घोटाले। इतने समय में देश की जनता को साफ अंतर दिखाई दे रहा है कि पहले किस तरह इनकी सरकारें चलती थीं। वंशवाद, भ्रष्टाचार को आगे बढ़ाया जाता था। एक सामान्य व्यक्ति सर्वोच्च पद पर पहुंच जाता है यह नई कार्यशैली है, यह श्रेष्ठ भारत है। राष्ट्रपति चुनाव से लेकर पद्म पुरस्कारों तक पर नजर डालिए। पद्म पुरस्कारों की पहुंच उन लोगों तक हुई जो सच में जमीन से जुड़ कर काम कर रहे हैं। आज सामान्य व्यक्ति भी गर्व से कह सकता है कि देश की चीजों में मेरी भी हिस्सेदारी है। पूरी दुनिया में कोरोना जैसी बड़ी महामारी आई। जहां दुनिया के कई देश पूरी तरह से अव्यवस्थित हुए, वहां हमारा देश उस समय भी व्यवस्थित रहा। इतना ही नहीं, देश की अर्थव्यवस्था भी बढ़ी। देश की जनता को फर्क साफ दिखाई देता है कि कौन लोग काम करने वाले हैं, और कौन सपने दिखाने वाले हैं। नरेंद्र मोदी के प्रति देश की जनता का विश्वास और गहरा हुआ है जो आनेवाले लोकसभा चुनाव में दिखाई देगा।

मुकेश भारद्वाज- भाजपा पर विपक्ष का एक आरोप यह भी है कि उसके पास एक ऐसी धुलाई मशीन है जो अपने पास आने वाले हर दागदार को बेदाग कर देती है। इसके लिए नामों की लंबी सूची भी दी जाती है।

सीएम पुष्कर सिंह धामी- भाजपा एक ऐसा राजनीतिक दल है जिसमें एक सिद्धांत हमेशा काम करता है। देश प्रथम, दल दूसरे क्रम पर और व्यक्ति अंतिम पायदान पर। इसलिए, हमारे यहां जो भी आएगा वह देश के लिए आएगा और उसके बाद पार्टी के लिए आएगा। इस सिद्धांत को लेकर भाजपा काम कर रही है। भाजपा में जो भी आता है वह इस ध्येय को मानता है और इस ध्येय में समाहित हो जाता है।

मुकेश भारद्वाज- आरोप है कि आरएसएस की पृष्ठभूमि से जो सत्ता में आते हैं वे इसके गुप्त एजंडे को आगे बढ़ाते हैं। यह देश के खिलाफ जाता है।

सीएम पुष्कर सिंह धामी- आरएसएस ने हमेशा देश हित और सर्वमाज की बात की है। वह पूरे देश के लिए काम कर रहा है, पूरी दुनिया के लिए काम कर रहा है, इसलिए ऐसे आरोप लगाने वाले तुष्टीकरण करने वाले लोग हैं। क्षुद्र मानसिकता के लोग हैं। ये तेरा है, ये मेरा है जैसी बातें आजादी के बाद और उससे पहले भी करते आ रहे हैं। सेवा के क्षेत्र में आरएसएस आज लगातार आगे बढ़ा रहा है।

मुकेश भारद्वाज- राज्य में आम आदमी पार्टी के राजनीतिक आगमन को किस तरह देखते हैं?

सीएम पुष्कर सिंह धामी- इस विधानसभा चुनाव में उनके सारे उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। उत्तराखंड की जनता पूरी तरह राष्ट्रवादी है, देश के साथ चलनेवाली है। देश और प्रदेश के हित में उत्तराखंड के लोगों ने आम आदमी पार्टी जैसे किसी भी रेवड़ियां बांटने वाले दल के साथ संपर्क नहीं बनाया। चुनाव के परिणाम में लोग राष्ट्र को आगे बढ़ना देखना चाहते हैं। देश की सीमाओं की सुरक्षा अच्छी होनी चाहिए। उम्मीद है कि उत्तराखंड के लोग आगे भी ऐसे लोगों को सत्ता में नहीं आने देंगे जो देश हित में काम नहीं करते।

(विशेष सहयोग : सुनील दत्त पांडेय, लिप्यांतरण : मृणाल वल्लरी)