उत्तर प्रदेश में बीजेपी को करारा झटका लगा है। यूपी में इंडिया गठबंधन को 43 और एनडीए गठबंधन को 36 सीटें मिली हैं। उत्तर प्रदेश में पहले चरण से ही इंडिया गठबंधन ने बढ़त बना कर रखी। बीजेपी गठबंधन को तीसरे, छठे और सातवें चरण में बड़ा नुकसान हुआ। उम्मीदवारों के खिलाफ अशांति और स्थानीय मुद्दों के कारण कुछ सीटों पर बीजेपी के खिलाफ मतदाताओं में नाराजगी अधिक थी।
पहले चरण में बीजेपी को मिली केवल 1 सीट
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में यूपी में बीजेपी को सिर्फ एक सीट पर जीत मिली। 8 सीटों पर चुनाव हुआ था। समाजवादी पार्टी ने 8 में से 4 सीटें जीतीं जबकि कांग्रेस और आरएलडी ने एक-एक सीट पर हासिल की। वहीं आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने नगीना सीट जीती। इस चरण में मुस्लिम बहुल और दलित मतदाताओं वाली सीटें थीं। इस चरण में बसपा को सबसे बड़ी हार मिली, क्योंकि वह 2019 में जीती सभी तीन सीटें हार गई। पहले चरण में बीजेपी को केवल पीलीभीत सीट पर ही जीत मिल सकी। इंडिया गठबंधन के पक्ष में मुस्लिम वोट एकजुट हुआ और जाटवों का भी कांग्रेस-सपा गठबंधन की ओर गया।
गठबंधन | 2024 में सीटें |
एनडीए | 2 |
इंडिया | 5 |
आजाद समाज पार्टी | 1 |
दूसरा चरण में बीजेपी ने बरक़रार रखा प्रदर्शन
दूसरा चरण बसपा के लिए नुकसान भरा था। बसपा 2019 में जीती अमरोहा सीट भी हार गई। बसपा ने पिछले साल कांग्रेस के साथ आने के कारण अमरोहा में अपने मौजूदा सांसद दानिश अली को निष्कासित कर दिया था। इस बार उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में इस सीट से चुनाव लड़ा। हालांकि वह जीत नहीं पाए, लेकिन दानिश अली ने बसपा के मुजाहिद हुसैन की तुलना में अधिक मुस्लिम वोट प्राप्त किए। आरएलडी जिसने 2019 में कोई सीट नहीं जीती थी, इस बार फायदे में रही क्योंकि उसने बागपत जीत लिया। बाकी सीटों पर बीजेपी ने परचम लहराया। यह चरण भाजपा के पक्ष में था। गाजियाबाद भाजपा का गढ़ है और इस सीट पर वीके सिंह को उम्मीदवार न बनाए जाने पर नाराजगी के बावजूद अतुल गर्ग ने जीत हासिल की। इस सीट पर करीब 28 लाख मतदाता हैं, फिर भी जीत का अंतर कम हो गया। जाटों की एकजुटता के कारण आरएलडी ने बागपत में आसान जीत हासिल की।
गठबंधन | 2024 में सीटें |
एनडीए | 8 |
इंडिया | 0 |
तीसरे चरण में एसपी को फायदा
तीसरे चरण में एसपी की सीटें पिछले चुनाव की तुलना में दो से बढ़कर छह हो गईं, जबकि बीजेपी की सीटें घटकर चार हो गईं। बीजेपी की हारी हुई चार सीटें (एटा, बदांयू, फिरोजाबाद और आंवला) एसपी ने जीत लीं। फ़िरोज़ाबाद और बदांयू यादव बेल्ट है। राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया (दिवंगत कल्याण सिंह के पुत्र) और धर्मेंद्र कश्यप के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर के कारण भाजपा एटा और आंवला हार गई। बरेली में जहां बीजेपी ने अनुभवी संतोष सिंह गंगवार की जगह छत्रपाल गंगवार को मैदान में उतारा था, वहां पार्टी को जीत मिली।
गठबंधन | 2024 में सीटें |
एनडीए | 4 |
इंडिया | 6 |
चौथा चरण भी सपा के नाम
चौथे चरण में भी इंडिया गठबंधन को लाभ हुआ। 2019 में एसपी और कांग्रेस दोनों को कोई सीट नहीं मिली थी लेकिन 2024 में एसपी को चार और कांग्रेस को एक सीट मिली। भाजपा 2019 में इस चरण की सभी 13 सीटों पर जीत हासिल की थी लेकिन 2024 में आठ पर आ गई।
गठबंधन | 2024 में सीटें |
एनडीए | 8 |
इंडिया | 5 |
पांचवा चरण भी सपा के नाम
पांचवे चरण में सबसे ज्यादा फायदा सपा को हुआ। उसने मोहनलालगंज (एससी), जालौन (एससी), हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी (एससी) और फैजाबाद में जीत हासिल की, जबकि 2019 में उसे किसी सीट पर जीत नहीं मिली थी। कांग्रेस ने भी 2019 में अपनी सीट एक से बढ़ाकर 2024 में तीन कर ली। बीजेपी ने केवल लखनऊ, झांसी, गोंडा और कैसरगंज पर जीत हासिल की। 2019 में बीजेपी सिर्फ रायबरेली हारी थी और सभी जीती थी। यह 2019 में 13 से घटकर 2024 में चार हो गई। इस चरण में बड़ी हार अमेठी में हुई, जहां स्मृति ईरानी गांधी परिवार के करीबी केएल शर्मा से हार गईं।
गठबंधन | 2024 में सीटें |
एनडीए | 4 |
इंडिया | 10 |
छठे चरण में भी बीजेपी की हार
छठे चरण में सपा को 10 सीटें मिलीं। 2019 में उसने एक सीट जीती थी। कांग्रेस को एक सीट का फायदा हुआ। भाजपा को छह सीटों का नुकसान हुआ, जो नौ से घटकर तीन पर आ गई। 2019 में बसपा ने जो चार सीटें जीतीं, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, लालगंज (एससी) और जौनपुर, ये सपा के खाते में चली गईं। भाजपा सांसदों के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर थी। सुल्तानपुर से आठ बार की सांसद मेनका गांधी, प्रतापगढ़ से संगम लाल गुप्ता, अंबेडकरनगर से रितेश पांडे, श्रावस्ती से साकेत मिश्रा (राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा के बेटे), बस्ती से हरीश द्विवेदी, संत कबीर नगर से प्रवीण निषाद, नीलम सोनकर लालगंज से कृपा शंकर सिंह, जौनपुर से दिनेश लाल यादव निरहुआ और मछलीशहर से बीपी सरोज हार गये। बीजेपी इलाहाबाद में भी कांग्रेस उम्मीदवार उज्जवल रमण सिंह से हार गई।
गठबंधन | 2024 में सीटें |
एनडीए | 6 |
इंडिया | 7 |
सातवां चरण भी सपा के नाम
सातवें चरण में सपा फिर से जीत गई। 2019 में शून्य सीटों से बढ़कर 2024 में उसकी सीटें छह हो गई। पीएम मोदी का मार्जिन 2019 में 3.8 लाख से घटकर 2024 में 1.6 लाख हो गया। इस चरण में उच्च जाति और पिछड़े वोटों का विभाजन भी हुआ, जिसके कारण एसपी ने घोसी जीत ली, क्योंकि उच्च जाति के मतदाताओं ने बीजेपी-सहयोगी एसबीएसपी के अरविंद राजभर के मुकाबले एसपी के राजीव राय को वोट किया। चंदौली में केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडे को हार का सामना करना पड़ा। हालांकि बीजेपी ने गोरखपुर, महाराजगंज, बांसगांव, देवरिया और कुशीनगर जीत ली। ये पांच सीटें सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र का हिस्सा मानी जाती हैं।
गठबंधन | 2024 में सीटें |
एनडीए | 4 |
इंडिया | 10 |