दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बंगले की साज-सज्जा पर कथित तौर पर 45 करोड़ रुपए से अधिक धनराशि खर्च करने को लेकर बुधवार को दिन भर घमासान रहा। जहां प्रदेश भाजपा के लोग मुख्यमंत्री आवास पर धरना देने पहुंचे वहीं भाजपा की महिला मोर्चा ने इसकी सीबीआइ जांच की मांग की।
टीना शर्मा ने लोदी रोड स्थित सीबीआइ मुख्यालय पहुंच इस बाबत तहरीर दी। केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के कुछ नेताओं को पुलिस और वहां मौजूद अन्य कर्मचारियों ने बुधवार को जबरन वहां से हटा दिया। एक वीडियो में देखा जा सकता है कि पार्टी के प्रदेश महासचिव कुलजीत चहल और अन्य नेताओं को तथा एक टीवी पत्रकार को केजरीवाल के आवास के बाहर से हटाया जा रहा है।
प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता हरीश खुराना ने ट्विटर पर वीडियो साझा कर आरोप लगाया है कि पत्रकार से बदसलूकी कर रहा शख्स मुख्यमंत्री का निजी सुरक्षा कर्मी है। इस बीच भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए उन्हें ‘महाराजा’ करार दिया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विरेंद्र सचदेवा और दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने आम आदमी पार्टी नेताओं को दी चुनौती दी।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल जैसी विलासिता अब तक किसी भी मुख्यमंत्री के घर पर नहीं है। बिधूड़ी ने कहा कि यह उस मुख्यमंत्री के घर का हाल है जो यह कहते थे कि मैं सरकारी घर नहीं लूंगा, गाड़ी नहीं लूंगा और उतनी ही सुरक्षा लूंगा जितनी आम आदमी को मिलती है। इस मुद्दे पर कांग्रेस भी भाजपा के संग खड़ी हो गई।
कांग्रेस के पूर्व मंत्री अजय माकन ने तंज कसा कि दिल्ली की जनता जब एक-एक आक्सीजन सिलेंडर के लिए तरस रही थी,तब अपने बंगले पर करदाताओं की गाढ़ी कमाई के 45 करोड़ उड़ाने वाले को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। इसे लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल घिर गए हैं। खबर लिख जाने तक केजरीवाल की ओर से कोई सफाई नहीं आई।
बहरहाल, मुख्यमंत्री आवास पर धरना देने पहुंचे भाजपा के नेताओं ने बुधवार को दावा किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बंगले की साज-सज्जा पर 45 करोड़ रुपए से अधिक धनराशि खर्च की गई। पार्टी ने आरोप लगाया कि बंगले की साज-सज्जा पर इतनी बड़ी रकम खर्च किया जाना आम आदमी पार्टी (आप) के संस्थापक के वैचारिक नवीनीकरण का संकेत है, जिन्होंने राजनीति में कदम रखने के दौरान ईमानदारी और सादगी को बढ़ावा देने का वादा किया था।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि बंगले के लिए उत्कृष्ट उत्पादों के चयन और आलीशान एवं आरामदायक जीवन की लालसा के लिए राजा-महाराजा भी केजरीवाल के आगे सिर झुकाएंगे। भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने इस खबर को दबाने के लिए मीडिया संस्थानों को 20 करोड़ से 50 करोड़ रुपए तक की पेशकश की थी, लेकिन समाचार चैनलों और अखबार ने उनकी पेशकश ठुकरा दी। पात्रा ने यहां एक प्रेस कांफ्रेंस में दावा किया कि केजरीवाल के बंगले के लिए खरीदे गए आठ पर्दों में से एक की कीमत 7.94 लाख रुपए से अधिक थी, जबकि इनमें से सबसे सस्ता पर्दा 3.57 लाख रुपए का था।
भाजपा प्रवक्ता ने दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा कि बंगले के लिए 1.15 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य का संगमरमर वियतनाम से लाया गया था, जबकि चार करोड़ रुपए पूर्व-निर्मित लकड़ी की दीवारों पर खर्च किए गए थे। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसे महाराजा की कहानी है, जो बेशर्म है। पात्रा की इस टिप्पणी को केजरीवाल द्वारा दिल्ली विधानसभा में प्रधानमंत्री मोदी पर हाल में किए गए हमले के जवाब के रूप में देखा जा रहा है। केजरीवाल ने विधानसभा में एक महाराजा की कहानी सुनाकर प्रधानमंत्री पर कटाक्ष किया था।
पात्रा ने आरोप लगाया कि यह सिर्फ बंगले की साज-सज्जा का मामला नहीं है, बल्कि आम आदमी पार्टी की विचारधारा और उसके नेताओं की मानसिकता के नवीनीकरण का भी संकेत है। प्रेस कांफ्रेंस में पात्रा ने केजरीवाल द्वारा उनके राजनीतिक सफर के शुरुआती दिनों में दिए गए भाषण भी चलाए।
केजरीवाल जैसी विलासिता अब तक किसी मुख्यमंत्री के घर पर नहीं
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने आप नेताओं को चुनौती दी है कि वे देश किसी भी मुख्यमंत्री के घर की साज-सज्जा पर 45 करोड़ रुपए खर्च होने का उदाहरण लाएं। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने सादगी का चोला पहनकर जिस तरह दिल्ली के करदाताओं के खून-पसीने की कमाई को लूटा है, ऐसी विलासिता का कोई दूसरा उदाहरण नहीं मिलेगा।
माकन ने साझा किया केजरीवाल का पहला वक्तव्य
कांग्रस के पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन ने ट्वीट कर कहा कि यह शपथ पत्र देखिए, 7 जून 2013 का, शपथ पत्र की यह प्रति, तमाम नई दिल्ली विधान सभा क्षेत्र में केजरीवाल ने अपने चुनाव से पहले बांटे थे। बकौल माकन इसमें केजरीवाल ने जीतने के बाद कई बातों का पालन करने की शपथ ली थी जिसमें लालबत्ती की गाड़ी नहीं लेना, बड़ा बंगला नहीं लेने और आम आदमी की तरह सामान्य घर में रहने की बातें थी।