गणतंत्र दिवस की परेड में इस साल यूपीआई और भीम ऐप के जरिए कैशलेस ट्रांजेक्शन की लाइव प्रजेंटेशन दिखाई जाएगी। इसके साथ ही परेड में यूएई के 40 सैनिक भी हिस्सा लेंगे। इस बार नेशनल सिक्यूरिटी गार्ड (एनएसजी) के सैनिक पहली बार परेड में हिस्सा लेंगे, वहीं आर्मी की स्पेशल फोर्स का दस्ता नहीं दिखेगा। सूत्रों के मुताबिक सूचना एवं तकनीक मंत्रालय कैश ट्रांजेक्शन की बजाय डिजिटल ट्रांजेक्शन दिखाएगा। यह फैसला नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले को देखते हुए लिया गया है।

पिछले साल के विपरित इस बार कुत्तों के दस्ते को भी शामिल नहीं किया है। एनएसजी का दस्ता आतंकी विरोधी, अपहरण विरोधी और अन्य स्पेशल ऑपरेशन की क्षमताओं के बारे में बताएगा। इस बार गणतंत्र दिवस पर अबु धाबी के युवराज शेख मोहम्मद बिन जायद अल निहान बतौर चीफ गेस्ट शामिल होंगे। इसलिए यूएई सेना की एक प्लाटुन परेड में हिस्सा लेगी। पिछली बार फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा औलांद बतौर चीफ गेस्ट आए थे। ऐसे में फ्रांस की सेना की भी एक प्लाटुन ने पिछली बार परेड में हिस्सा लिया था।

अबु धाबी के राजकुमार शेख मोहम्मद बिन जायद अल निहान की बतौर चीफ गेस्ट आने की पुष्टि पिछले साल अक्टूबर महीने में ही कर दी गई थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट करके कहा था, ‘हम लोग अगले साल अपने प्यारे दोस्त का स्वागत करेंगे। शेख मोहम्मद बिन जायद अल निहान, अबु धाबी के राजकुमार 2017 की गणतंत्र दिवस की परेड में हमारे चीफ गेस्ट होंगे।’