उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को भाजपा कार्यकर्ताओं को अभी से 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी करने के लिए कहा है। योगी ने पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि इस बार लोकसभा की 75 सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ना है। प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं। 2014 में भाजपा ने 71 और सहयोगी अपना दल ने दो सीटें जीती थीं। जबकि 2019 के चुनाव में भाजपा को 62 और सहयोगी अपना दल (एस) को दो सीटें मिली थीं।

योगी ने 30 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में भाजपा की सरकार के आठ वर्ष पूरे होने पर बधाई और शुभकामनाएं दी। लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में पार्टी की एक दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी को विधानसभा चुनाव में बेहतर परिणाम मिला है, इसलिए हमें 2024 के लिए अभी से आगे बढ़ना होगा। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का स्मरण करते हुए योगी ने कहा कि छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता और टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता। उन्‍होंने कहा कि अटल जी ने कहा था कि हमें केंद्र और प्रदेश की उपलब्धियों को लेकर गांव-गांव, घर-घर जाना होगा। बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अग्रसर होना होगा।

ईद के दौरान धर्म स्थलों से लाउडस्पीकर उतारे जाने और सड़कों पर नमाज न होने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहली बार हुआ कि सड़कों पर नमाज नहीं होगी। योगी ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण की शुरुआत के बाद काशी ने जो अंगड़ाई ली है वह हम सबके सामने है। काशी विश्‍वनाथ धाम का उद्घाटन होने के बाद प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए काशी जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि काशी प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप अपने नाम को सार्थक कर रहा है। मथुरा वृंदावन, विंध्यवासिनी धाम, नैमिष धाम सभी तीर्थ एक बार फ‍िर से नई अंगड़ाई लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। हम सबको एक बार फ‍िर आगे बढ़ना होगा।

योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने 37 सालों के बाद उत्तर प्रदेश में फ‍िर से ऐसी सरकार बनाने में सफलता प्राप्त की है जो अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद चुनाव मैदान में उतरी थी। सूबे में 1985 में दिवंगत नारायण दत्‍त तिवारी के नेतृत्व में लगातार दूसरी बार कांग्रेस की सरकार बनी थी। उसके बाद 37 वर्षों तक किसी दल को दोबारा बहुमत से सरकार बनाने का मौका नहीं मिला।

विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उप्र की पिछली सरकारों ने एक अविश्वास की स्थिति पैदा की थी। प्रदेश के बारे में दुनिया में जो धारणा बन गई थी, वह पिछले पांच वर्षों में बदली है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की जिन योजनाओं में 2017 के पहले उत्तर प्रदेश सबसे पिछले पायदान पर खड़ा रहता था, आज उनमें चार दर्जन ऐसी योजनाएं हैं जिनमें उत्तर प्रदेश अग्रणी भूमिका के साथ सबके सामने खड़ा है। योगी ने कहा कि 2022 का यह जनादेश बहुत स्पष्ट संकेत देता है कि अगर आप गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिलाओं और समाज के प्रत्येक तबके के लिए ईमानदारी के साथ कार्य कर रहे हैं तो जनता भी आपके साथ खड़ी होती दिखाई देगी।