यूपी के एक मंत्री ने अयोध्या राम मंदिर परिसर में भगवान परशुराम की प्रतिमा स्थापित करने का अनुरोध किया है। उत्तर प्रदेश के मंत्री और राष्ट्रीय परशुराम परिषद के संस्थापक संरक्षक पंडित सुनील भराला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर 70 एकड़ की श्रीराम जन्मभूमि में भगवान श्री परशुराम की भव्य प्रतिमा स्थापित करने का अनुरोध किया है। पंडित सुनील भराला का कहना है कि भगवान राम और भगवान परशुराम का एक-दूसरे के साथ घनिष्ठ संबंध था।
सुनील भराला ने अनुरोध किया, “लंबे समय के बाद भगवान श्री राम को जन्मभूमि अयोध्या में पुनः स्थापित और विराजमान किया जा रहा है। 22 जनवरी को उनका प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। 70 एकड़ में फैले उसी प्रांगण में अंदर किसी भी स्थान पर भगवान परशुराम की मूर्ति स्थापित की जानी चाहिए।”
सभी हिंदुओं को राम मंदिर पर गर्व होना चाहिए- सुनील भराला
प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्र में उत्तर प्रदेश के मंत्री ने कहा, ”श्री राम जन्मभूमि अयोध्या धाम में भगवान श्री राम के भव्य और दिव्य मंदिर के निर्माण ने दुनियाभर में हिंदू धर्म के अनुयायियों को खुशी की भावना से भर दिया है। इस पर सभी को अत्यंत गर्व होना चाहिए। 500 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद यह काम आपके पुण्य से ही संभव हो सका है। देश-विदेश में रहने वाले असंख्य हिंदुओं की ओर से मैं आपको इस अवसर पर बधाई देता हूं।”
राम मंदिर प्रांगण में हो भगवान परशुराम की प्रतिमा
भराला ने प्रधानमंत्री को आगे लिखा, ”लगभग 70 एकड़ में फैले विशाल प्रांगण में भगवान श्री राम का भव्य और दिव्य मंदिर बनाया जा रहा है। भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम के साथ भगवान श्री राम और उनके छोटे भाई लक्ष्मण का संवाद एक बहुत ही रोचक और प्रेरणादायक घटना है, जिसका वर्णन रामचरितमानस और वाल्मिकी रामायण सहित अन्य धार्मिक ग्रंथों में मौजूद है। मंदिर के प्रांगण में किसी भी स्थान पर भगवान परशुराम और भगवान श्री राम के छोटे भाई लक्ष्मण के बीच के रोचक और प्रेरक संवाद की मूर्तियां स्थापित की जानी चाहिए।”
मंत्री ने आगे कहा, ” इससे न केवल मंदिर की सुंदरता बढ़ेगी, बल्कि आम जनता राम के काल के अन्य महान विभूतियों से भी प्रेरणा लेती रहेगी। इसके लिए राष्ट्रीय परशुराम परिषद के सदस्य आपके बहुत आभारी रहेंगे।”