उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं की दल बदली भी शुरू हो गई है। मंगलवार को भाजपा और बसपा के कई नेता सपा में शामिल हो गए। मंगलवार को एटा लोकसभा से बसपा के पूर्व प्रत्याशी इंजिनियर नूर मोहम्मद ने सपा की सदस्यता ले ली। इसके अलावा पूर्व सांसद यशवीर सिंह और पूर्व विधायक शेख सुलेमान भी सपा में आ गए। अखिलेश यादव की उपस्थिति में इन नेताओं को सपा की सदस्यता दी गई।

कुशीनगर के बसपा नेता हरिशंकर राजभर और राजेंद्र उर्फ मुन्ना यादव भी बसपा छोड़कर सपा में आ गए। बता दें बसपा सुप्रीमो मायावती ने ऐलान कर दिया है कि इस बार उन लोगों को टिकट नहीं दिया जाएगा जिनका नाम माफिया और बाहुबलियों की सूची में शामिल है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि आपराधिक मामले वाले लोगों को टिकट देने से बचा जाएगा। उन्होंने मुख्तार अंसारी को भी टिकट देने से इनकार कर दिया। इसके बाद ओवैसी की एआईएमआईएम समेत कई अन्य दलों ने उन्हें टिकट देने का ऑफर दिया है।

बसपा से सपा में शामिल होने वालों में बेचन निषाद का भी नाम शामिल हैं जो कि फरेंदा विधानसभा सीट से बसपा के पूर्व प्रत्याशी हैं।

भाजपा विधायक से मिलने के बाद क्या बोले अखिलेश
रविवार को भाजपा के विधायक राकेश राठौर अखिलेश यादव से मिले थे। बाद में इसे विधायक ने शिष्टाचार भेंट बताया। हालांकि सियासी गलियारों में इसपर चर्चा होने लगी है। बताया जा रहा है कि समर्थकों के साथ वह सपा की सदस्यता ले सकते हैं।

सपा का दावा है कि आठ और भाजपा विधायक सपा के संपर्क में हैं। वहीं पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि झूठ बोलने के वजह से भाजपा को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी यूपी में भाजपा विधायकों का बहिष्कार होने लगा है इसलिए वे दूसरा रास्ता तलाशने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों का भरोसा समाजवादी पार्टी पर है इसीलिए उनके नेता भी इधर का रुख कर रहे हैं।