UP Deputy CM Brijesh Pathak Delhi Elections: बीजेपी ने कई प्रदेशों के नेताओं को दिल्ली के चुनावी दंगल में उतारा है। खासतौर से उत्तर प्रदेश के नेताओं को यहां बड़ी जिम्मेदारियां दी गई हैं। ऐसे नेताओं में एक नाम उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक का है। बृजेश पाठक को बीजेपी नेतृत्व ने निर्देश दिया है कि वह चुनाव प्रचार खत्म होने तक दिल्ली में ही रहें और चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र के 10 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी के प्रचार का काम संभालें।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 5 फरवरी को होनी है और 8 फरवरी को चुनाव नतीजों का ऐलान होगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी पार्टी के कई उम्मीदवारों के पक्ष में दिल्ली में चुनाव प्रचार कर रहे हैं लेकिन बृजेश पाठक को दिल्ली के चुनावी दंगल में बीजेपी की ओर से ज्यादा बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बताना होगा कि बृजेश पाठक उत्तर प्रदेश में बीजेपी के ब्राह्मण चेहरे हैं। पाठक दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए जारी बीजेपी के स्टार प्रचारकों की सूची में भी शामिल हैं।

सिर्फ एक दिन के लिए गए यूपी
बृजेश पाठक 19 जनवरी को यूपी बीजेपी के 25 कार्यकर्ताओं की एक टीम के साथ दिल्ली पहुंचे थे। बीजेपी के एक सूत्र ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि इस बीच बृजेश पाठक बुधवार को सिर्फ एक दिन के लिए प्रयागराज गए क्योंकि उन्हें वहां हुई योगी कैबिनेट की बैठक में भाग लेना था और संगम में डुबकी लगाने के बाद वह उसी दिन शाम को दिल्ली लौट आए थे।
शहजाद पूनावाला की टिप्पणी के बाद बदली रणनीति
बीजेपी की योजना थी कि बृजेश पाठक से दिल्ली के कुछ ही इलाकों में चुनाव प्रचार कराया जाए लेकिन पार्टी ने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए उन्हें पूरी तरह चुनाव प्रचार में जुटने का निर्देश दिया। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि कुछ दिन पहले बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला की ओर से की गई एक टिप्पणी की वजह से पार्टी को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।

शहजाद पूनावाला की ओर से यह टिप्पणी पूर्वांचलियों (पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार) के लोगों के बारे में एक टेलीविजन चैनल पर डिबेट के दौरान की गई थी। इस डिबेट के दौरान शहजाद पूनावाला और आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता ऋतुराज झा के बीच गरमा-गरम बहस हुई थी। इस दौरान शहजाद पूनावाला ने जो टिप्पणी की, उसे दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचलियों के लिए अपमानजनक माना गया और आम आदमी पार्टी ने इसे मुद्दा बना लिया था।
इस मामले में विवाद बढ़ने के बाद शहजाद पूनावाला ने माफी भी मांग ली थी।
बीजेपी के नेताओं ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने शुरुआत में यह तय किया था कि बृजेश पाठक का चुनावी इस्तेमाल पार्टी अरविंद केजरीवाल के द्वारा पुजारियों को 18 हजार रुपए की सम्मान राशि दिए जाने के वादे को काउंटर करने के लिए भी करेगी। लेकिन शहजाद पूनावाला की टिप्पणी के बाद पार्टी को इसमें बदलाव करना पड़ा।

चांदनी चौक में 30% मतदाता हैं पूर्वांचली
बीजेपी के नेताओं के मुताबिक, चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र में लगभग 30% मतदाता पूर्वांचली हैं और इसमें से भी 20% मतदाता पूर्वी उत्तर प्रदेश के हैं। बृजेश पाठक और उनकी टीम को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे पूर्वांचली मतदाताओं वाले इलाकों में जाएं, वहां बूथ मैनेजमेंट और वोटर लिस्ट का काम देखें और साथ ही बूथ लेवल कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करें।
मंदिरों के पुजारियों के साथ करें बैठक
बृजेश पाठक और उनकी टीम को यह जिम्मेदारी भी दी गई है कि वे चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र की हर विधानसभा सीट पर अलग-अलग समुदायों और संस्थाओं के लोगों के साथ मिलकर बैठक करें।
बृजेश पाठक और उनकी टीम के सदस्यों को चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र की विधानसभा सीटों में आने वाले मंदिरों की पूरी सूची दी गई है। उनसे कहा गया है कि वे इन मंदिरों के पुजारियों के साथ बैठक करें और उन्हें बताएं कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने साधु संतों को क्या सुविधाएं दी हैं।

गुरुवार को बृजेश पाठक ने बुराड़ी में एक बैठक की जिसमें अखिल भारतीय पुजारी संघ के अध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा भी उपस्थित रहे। बीजेपी के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि दिल्ली के प्रसिद्ध “मरघट वाले बाबा हनुमान मंदिर” के पुजारी पंडित वैभव शर्मा यूपी के उपमुख्यमंत्री के साथ उनकी हर दिन होने वाली बैठकों में शामिल होते हैं। बीजेपी के एक नेता ने बताया कि बृजेश पाठक की टीम के सदस्यों के पास चुनाव में काम करने का अच्छा अनुभव है।
बसपा से बीजेपी में आए थे पाठक
बृजेश पाठक लंबे समय तक बसपा के साथ रहे हैं। 2016 में वह बीजेपी में शामिल हो गए थे और धीरे-धीरे पार्टी में ब्राह्मण नेता दिनेश शर्मा की जगह लेने में कामयाब रहे। 2017 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद बृजेश पाठक को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था। उनके पास योगी सरकार में स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग हैं।
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