यूपी के सीएम योगी आदित्य नाथ ने कहा है कि प्रदेश में कोई भी आकर चुनाव लड़ ले, किसी ने रोका नहीं है। हमारी ना ए-टीम है और ना ही बी-टीम है। टीवी चैनल न्यूज-24 के मंथन-2021 कार्यक्रम में एंकर मानक गुप्ता के सवाल पर उन्होंने यह बात कही। मानक गुप्ता ने उनसे पूछा कि अगर अगले चुनाव में कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाया और इधर से अरविंद केजरीवाल भी मुफ्त बिजली पानी के एजेंडे को लेकर मैदान में उतरते हैं तब आपकी क्या तैयारी रहेगी?

इस पर सीएम योगी ने कहा, वे लड़ें, हर चुनाव में लड़े, उनकी जमानत जब्त हो रही है। 2014 का लोकसभा का चुनाव, 2019 का लोकसभा का चुनाव, 2017 का विधानसभा के चुनाव में बोहनी भी नहीं खुली। कहा यूपी और बिहार के लोगों ने दिल्ली के अंदर आम आदमी पार्टी के कृत्यों को देखा है। बहुत नजदीक से देखा है। करोना में सुपर फ्लॉप सरकार को दिल्ली के अंदर देखा है। बहुत नजदीक से महसूस किया है। बड़ी-बड़ी डींगे हांकने वाले हैं। इनसे चुनाव में कोई समस्या नहीं है।

एंकर मानक गुप्ता ने उनसे पूछा कि देश भर में जहां भी चुनाव होता है, आपकी पार्टी आपको भेजती है और वहां आपकी पार्टी को कामयाबी मिलती है। आपके विरोधी कहते हैं कि आपकी विभाजनकारी छवि से आप जीतते हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा 19 मार्च 2017 से मैं प्रदेश का मुख्यमंत्री हूं। सर्वाधिक समय देता हूं। जनता को भी और शासकीय कार्य को भी, प्रदेश के अंदर हर जनपद में जाता हूं।

अगर मेरी नीतियां विभाजनकारी होती तो मैं जिस जनपद में जाता हूं, वहां तो कोई वर्ग विशेष के लोग पलायन कर गए होते हैं, जैसे कैराना में पलायन हुआ था।

बोले-जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी। जिन्होंने विभाजन कराया है, ऐसे कार्यों में जिनके हाथ लगे रहे हैं, वे जवाब दें। अयोध्या में राम जन्मभूमि पर, रामपुर के सीआरपीएफ कैंप पर, गोरखपुर के सीरियल ब्लास्ट और संकट मोचन मंदिर पर आतंकी हमला करने वाले तत्वों की पैरवी करने वाले लोग और उनके मुकदमों को वापस लेने वाले लोग अगर आज मुझे विभाजनकारी कहते हैं तो उनकी मानसिकता का अनुमान लगाया जा सकता है।

वे बताएं कि 2005 में हमला करने के लिए आए लोगों, रामपुर में सीआरपीएफ कैंप पर हमला करने के लिए आए लोगों या संकट मोचन मंदिर, अयोध्या, काशी या लखनऊ की कचहरियाें पर हमला करने वाले जो लोग आए थे, क्या वे फूल बरसाने के लिए आए थे। क्याें उनके मुकदमे वापस लिए थे?