उत्तर प्रदेश में आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद रावण की मुलाकात कल लखनऊ में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से हुई। जिसमें कयास लगाया जा रहा है कि चंद्रशेखर सपा के साथ गठबंधन में जा सकते हैं। अखिलेश यादव सभी छोटे-बड़े दलों के साथ गठबंधन पर जोर दे रहे हैं।
चंद्रशेखर का कहना है कि लखनऊ में उनकी पार्टी की कोर कमेटी की बैठक चल रही है। कमेटी जो तय करेगी वही हमारा फैसला होगा। यह पूछने पर की आप तो अकेले चुनाव लड़ने वाले थे, तो चंद्रशेखर ने कहा कि भाजपा को रोकने के लिए अगर सभी दल एक साथ एक सार्थक प्रयास से आएं तो प्रदेश और देश के लिए बेहतर होगा। वहीं चंद्रशेखर ने कहा कि राजनीति महज चुनाव जीतना नही है बल्कि आबादी के मुताबिक हिस्सेदारी सुनिश्चित कराना है।
चंद्रशेखर ने कहा कि कांशीराम कहते थे कि सरकार मजबूत नहीं मजबूर होनी चाहिए। आप देख लीजिए की ओमप्रकाश राजभर एक मजबूत भाजपा सरकार में अपने समाज का हक नहीं दिला पाए तो इस्तीफ़ा देकर विपक्ष में आ गए। चंद्रशेखर ने कहा कि राजनीति हिस्सेदारी का मामला है और हम यदि गठबंधन करेंगे तो इसमें जो भी तय होगा वो सब अधिकार और हिस्सेदारी के आधार पर होगा।
कृषि कानूनों की वापसी पर चंद्रशेखर ने कहा की ये तो भाजपा का चुनावी दांव है। पिछले एक वर्ष से प्रधानमंत्री जी के द्वारा बनाई गई भ्रामक परिस्थिति के चलते जो नुकसान हुआ है उसके लिए प्रधानमंत्री को किसानों से माफी मांगकर पीड़ित किसानों को उचित मुआवजा भी देना चाहिए।
उत्तर प्रदेश विधान सभा के 403 सदस्यों का चुनाव करने के लिए उत्तर प्रदेश में फरवरी से मार्च 2022 के महीने में विधान सभा चुनाव होंगे। 2017 में निर्वाचित वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 14 मई 2022 को समाप्त होगा। उत्तर प्रदेश की सत्तरहवीं विधानसभा के लिए आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने 312 सीटें जीतकर तीन-चौथाई बहुमत प्राप्त किया जबकि सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी गठबन्धन को 54 सीटें और बहुजन समाज पार्टी को 19 सीटों से संतोष करना पड़ा।
