बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने शनिवार को कहा कि जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) को दो साल के लिए बंद किया जाना चाहिए। इसके साथ ही भविष्य में कैंपस में हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए उन्होंने पुलिस स्टेशन खोलने का भी सुझाव दिया है। अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले स्वामी ने अहमदाबाद की एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी में अपने भाषण के दौरान यह बाते कही।

उन्होंने कहा ‘छात्रों को सुरक्षित रखने के लिए यूनिवर्सिटी परिसरों में पुलिस स्टेशन खोले जाने चाहिए। परिसर के अंदर पुलिस स्टेशन होने से छात्रों को सुरक्षा का अहसास होगा। किसी भी घटना के वक्त पुलिस को बुलाने में समय लगता है ऐसे में देश में हर यूनिवर्सिटी परिसर में पुलिस स्टेशन होना जरूरी है। यह पहल सिर्फ जेएनयू के लिए नहीं है बल्कि अन्य यूनिवर्सिटीज के लिए भी लागू होनी चाहिए। लेकिन हमें जेएनयू से इसकी शुरुआत करनी चाहिए।’

स्वामी ने यह भी कहा कि अमेरिका में हर यूनिवर्सिटी परिसर में एक पुलिस स्टेशन है। जेएनयू में सिर्फ दिल्ली पुलिस ही नहीं बल्कि बीएसएफ और सीआरपीएफ का एक शिविर भी होना चाहिए। यूनिर्वसिटी को कुछ समय के लिए बंद किया जाना चाहिए। जेएनयू में तब तक सुधार नहीं होगा जब तक कि उसे बंद नहीं किया जाता। मुझे लगता है कि जेएनयू को कम से कम दो साल के लिए बंद किया जाना चाहिए।

बीजेपी सांसद ने कहा ‘कांग्रेस के शासन में वहां अशिक्षित और अयोग्य लोगों को जानबूझकर प्रवेश दिया गया। छात्रावास का किराया प्रति माह 10 रुपये है और वहां के छात्र 35-40 वर्ष के हैं जो हर साल फेल होते हैं। जेएनयू में छात्रों का केवल एक उद्देश्य है, कैंपस में रहना और देश भर में यात्रा कर समाजवादी कार्यक्रमों में भाग लेना।’

गौरतलब है कि नकाबपोश हमलावरों के एक समूह ने पांच जानवरी को यूनिवर्सिटी परिसर में घुसकर छात्रों पर हमला किया था, इस दौरान छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष को सिर में चोट लगी थी।