Unnao Rape Case News Updates in Hindi: यूपी बीजेपी चीफ स्वतंत्र देव सिंह ने साफ कर दिया है कि उन्नाव रेप कांड के मुख्यारोपी पार्टी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को भगवा दल ने बाहर का रास्ता दिखा है। गुरुवार शाम उन्होंने पत्रकारों से कहा, “पार्टी में केंद्रीय नेतृत्व ने सेंगर को निकाल दिया है।”
हालांकि, इससे कुछ देर पहले कानपुर में उन्होंने यह कह कर आरोपी विधायक के निष्कासन पर सस्पेंस खड़ा कर दिया था कि उन्हें पार्टी से निलंबित किया गया है, जबकि इससे पहले बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने साफ किया था कि सेंगर को भाजपा ने निकाल दिया है।
बता दें कि उन्नाव कांड में सेंगर का नाम आने, उन पर पुलिस और सीबीआई द्वारा मामला दर्ज किए जाने के बाद चारों तरफ भगवा पार्टी की कई वर्ग और विपक्षी दल जमकर निंदा कर रहे थे, जिसके बाद पार्टी ने गुरुवार को विधायक के खिलाफ यह कार्रवाई की।
उन्नाव रेप केस से जुड़े सभी पांच केस सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार (एक अगस्त, 2019) को यूपी के कोर्ट से दिल्ली ट्रांसफर कर दिए। कोर्ट ने इसके साथ ही प्रमुख केस (रेप) की सुनवाई 45 दिन में पूरी करने का आदेश दिया। यही नहीं, कोर्ट ने पीड़िता के रायबरेली में हुए एक्सिडेंट में उन्हें अंतरिम मुआवजे के तौर पर 25 लाख रुपए देने का भी आदेश यूपी सरकार को दिया है।
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई, जस्टिस दीपक गुप्ता और जस्टिस अनिरुद्ध बोस की तीन सदस्यों वाली बेंच ने इसके अलावा देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी (सीबीआई) को ट्रक और रेप पीड़िता की गाड़ी में हुई भिंड़त से जुड़े आखिरी और पांचवें केस की जांच सात दिनों में पूरी करने का निर्देश दिया। बता दें कि उस हादसे में पीड़िता के परिवार की दो महिलाओं की जान चली गई थी, जबकि रेप पीड़िता व उनके वकील गंभीर रूप से घायल हुए थे।
उच्चतम न्यायालय द्वारा बृहस्पतिवार को उन्नाव बलात्कार कांड से संबंधित सभी पांच मुकदमे दिल्ली स्थानांतरित करने का आदेश देने के बाद कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि यह निर्णय इस बात का सबूत है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने के काबिल नहीं है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय का आदेश इस बात का सबूत है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार न तो कानून-व्यवस्था बनाए रखने के काबिल है और ना ही अपराधियों को सजा देने के।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उन्नाव बलात्कार कांड के सभी मामले दिल्ली स्थानांतरित करने और सीआरपीएफ की सुरक्षा देने का आदेश राज्य सरकार और पुलिस की दुर्भावना को साबित करता है।’’
देश की सबसे बड़ी अदालत ने कहा कि यूपी पुलिस पर भरोसा नहीं है, लिहाजा उन्नाव रेप पीड़ित की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआरपीएफ को दी जाती है।
उन्नाव रेप के आरोपी बीजेपी विधायक के पार्टी से निष्कासन मामले में ट्विस्ट आ गया है। यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा है कि पार्टी ने उन्हें निकाला नहीं बल्कि सस्पेंड किया है। इससे पहले पार्टी प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा था कि सेंगर को पार्टी से निकाल दिया गया है।
उन्नाव रेप केस में आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह को भगवा पार्टी से निकाले जाने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को भाजपा पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि आखिरकार सत्तारूढ़ पार्टी ने मान लिया कि उसने एक ‘अपराधी’ को ताकत दे रखी थी। उनके ट्वीट के अनुसार, मैं सुप्रीम कोर्ट की आभारी हूं कि उसने यूपी में ‘जंगलराज’ का संज्ञान लिया। इसी बीच, भाजपा ने आखिरकार मान लिया कि उसने एक अपराधी को ताकत दी थी और खुद को सही करने एवं एक युवती के लिए न्याय की दिशा में बढ़ने के लिए कुछ कदम उठाया।" बता दें कि कई वर्गों व्यापक आक्रोश और विपक्षी दलों की तीखी निंदा के बीच बीजेपी ने गुरुवार को सेंगर को पार्टी से निकाल दिया था।
गुरुवार को 2 बजे के बाद सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सॉलिसीटर जनरल ने बताया कि पीड़िता को दिल्ली स्थित AIIMS लाया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पीड़िता के परिजनों से पूछा जाए कि क्या वे दिल्ली भेजने के लिए तैयार हैं।
गुरुवार को 2 बजे के बाद सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सॉलिसीटर जनरल ने बताया कि पीड़िता को दिल्ली स्थित AIIMS लाया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पीड़िता के परिजनों से पूछा जाए कि क्या वे दिल्ली भेजने के लिए तैयार हैं।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव रेप एवं एक्सिडेंट मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला दिया है। गुरुवार को ताबड़तोड़ सुनवाई करते हुए शीर्ष अदालत ने मामले से जुड़े सभी मामलों को दिल्ली ट्रांसफर करने का आदेश दिया है।
पीड़िता की बहन ने एक निजी न्यूज चैनल पर दिए बयान में कहा है कि उसके परिवार से मिलने के लिए कोई भी नहीं आया है। आजतक के मुताबिक पीड़िता ने कहा है कि वह अकेले कहां-कहां जाएंगे। उसका आरोप है कि बीजेपी के निलंबित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के लोग उन्हें धमकी देने आए थे और बोले थे कि केस वापस ले लो वर्ना मार डालेंगे।
लखनऊ में भर्ती उन्नाव कांड की पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट के मुताबिक उसके सिर में गंभीर चोट लगी है। उसे अभी तक होश नहीं आया है। फिलहाल पीड़िता और वकील दोनों वेंटिलेटर पर हैं।
गुरुवार को मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केस से जुड़ी सभी चार्जशीट दिल्ली कोर्ट में दिखिल किए जाएं। शीर्ष अदालत ने दोपहर 2 बजे तक पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट मांगी है और साथ ही कहा है कि यदि पीड़िता एयरलिफ्ट करने की हालतमें है तो उसे दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया जाए।
रेप पीड़िता की सुरक्षा में तैनात दो महिला पुलिसकर्मी समेत तीन को निलंबित कर दिया गया है।
उन्नाव केस की पीड़िता को दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) में भर्ती कराया जा सकता है। इसके लिए पीड़िता को एयरलिफ्ट करके दिल्ला लाने की तैयारी है। कोर्ट ने पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट भी मांगी है।
सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव केस में कड़ा संज्ञान लेते हुए जांच के लिए सीबीआई को 7 दिन की डेडलाइन तय कर दी है। कोर्ट ने केंद्रीय जांच एजेंसी से कहा है कि वह सात दिनों के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट अदालत के समक्ष पेश करे।
उन्नाव कांड के आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर को बीजेपी ने पार्टी से निकाल दिया है। देश में भर में व्यापक विरोध प्रदर्शन के बाद बीजेपी को आखिरकार दो साल बाद यह कदम उठाना पड़ा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रेप पीड़िता के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार के टॉप अधिकारियों को 36 पत्र लिखे और प्रोटेक्शन की गुहार लगाई। उन्होंने पहले ही पत्र लिखकर कुलदीप सिंह सेंगर और उनके लोगों से जान का खतरा बताया था। परिवार का आरोप है कि उन्हें केस वापस लेने की धमकी दी जा रही थी। न्यूज 18 के मुताबिक पीड़िता की मामी ने बताया कि जब मामले में कुछ संज्ञान नहीं लिया गया तब उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा।
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को उन्नाव कांड की सुनवाई करते हुए कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो मामले से जुड़े सारे केस उत्तर प्रदेश से बाहर ट्रांसफर किए जा सकते हैं।
उन्नाव कांड की जांच कर रहे सीबीआई अधिकारी को सुप्रीम कोर्ट में दोपहर 12 बजे तक हाजिर होने का निर्देश दिया गया है। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि अधिकारी जांच में हुए अभी तक की कार्रवाई और वर्तमान स्थिति से अदालत को अवगत कराए।
उन्नाव रेप पीड़िता एक्सिडेंट मामले में सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। मौके पर पहुंची सीबीआई की टीम ने को कई जानकारियां हाथ लगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसे के वक्त ट्रक रॉन्ग साइड से काफी स्पीड में आ रहा था। जबकि, पीड़िता के कार की रफ्तार भी ट्रक के मुकाबले ज्यादा थी। इस दौरान पीड़िता के ड्राइवर ने ट्रक से भिंड़त से बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन कार ट्रक के पिछले भाग से जाकर टकरा गई। सीबीआई की टीम ने इस मामले में दो चश्मदीदों से बात की। इसके अलावा ट्रक के मालिक, ड्राइवर और क्लीनर से भी पूछताछ की गई।
उन्नाव रेप पीड़िता एक्सिडेंट कांड में आरोपी बीजेपी नेता अरुण सिंह यूपी के मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ धुन्नी भैया के दामाद हैं। धुन्नी भैया योगी सरकार में कृषि राज्य मंत्री और कृषि शिक्षा एवं शोध मंत्री हैं। सीबीआई की FIR में बताया गया है कि अरुण सिंह और कुछ अन्य लोग रेप पीड़िता के परिवार को केस वापस लेने के लिए धमकी दे रहे थे।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव की रेप पीड़िता एक्सिडेंट मामले में नया मोड़ आ गया है। मामले में एक और बीजेपी नेता के शामिल होने की बात सामने आई है। पीड़िता के चाचा की तरफ से दर्ज कराए गए एफआईआर में अरुण सिंह का नाम आया है जो बीजेपी कार्यकर्ता हैं और उन्नाव ब्लॉक के अध्यक्ष हैं। बताया जा रहा है कि अरुण सिंह आरोपी विधायक कुलदीप सिंह के सेंगर के करीबी हैं। अरुण सिंह को लोकसभा चुनावों के दौरान भी अमित शाह और बीजेपी सांसद साक्षी महाराज के साथ कई मौकों पर देखा जा चुका है।