अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगे होने से उपजा विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। अब केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने इस मामले में बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा है कि एएमयू में जो मुसलमान जिन्ना की तस्वीर चाहते हैं वह अपने पूर्वजों का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘यदि आप मुसलमान हैं और आप जिन्ना की तस्वीर दीवारों पर चाहते हैं, तो आप अपने बाप-दादाओं का अपमान कर रहे हैं, जिन्होंने जिन्ना के विचारों को ठुकराया और जिनके कारण आज आप भारतीय हैं।’
वीके सिंह ने आगे कहा, ‘यदि आप गैर-मुसलमान हैं और आप उनके समर्थन में फिर भी इसलिए कूद पड़े हैं क्योंकि आपको लग रहा है कि यह किसी प्रकार आपकी स्वतंत्रता पर बंदिश है, तो जरा सोचिए, क्या आप अपने घर की दीवारों पर उस व्यक्ति की तस्वीर लगाएंगे जिसके हाथ आपके स्वजनों के रक्त से रंजित हैं। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को हमारे देश के अग्रिम विद्यालयों में गिना जाता है। आपको सावधान रहना चाहिए कि पूरा देश आपसे किस प्रकार की अपेक्षा रखता है- बुद्धि और विवेक की अथवा दकियानूसी मानसिकता एवं कट्टरता की।’
Let us protect our freedom from abuse.#GenerallySaying pic.twitter.com/4DI5hAc8bY
— Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) May 6, 2018
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, ‘निसंदेह स्वतंत्रता सभी का अधिकार है, लेकिन हम भूल जाते हैं कि इसे पाने में कितने महापुरुषों ने अपना खून बहाया। क्या आज उन महापुरुषों को गर्व होगा जिस प्रकार आप अपनी स्वतंत्रता का सदुपयोग कर रहे हैं?’ बता दें कि अलीगढ़ से बीजेपी सांसद सतीश गौतम द्वारा यूनिवर्सिटी के अंदर जिन्ना की तस्वीर लगे होने के मामले में सवाल खड़ा किया गया था। उन्होंने यूनिवर्सिटी के वीसी तारिक मंसूर को पत्र लिखकर सवाल किया था कि क्या कारण है कि आज भी पाकिस्तान के संस्थापक की तस्वीर विश्वविद्यालय में लगी हुई है। उनके पत्र के बाद से ही यह मामला गरमा गया है। कुछ कांग्रेस के नेता जिन्ना की तस्वीर लगे होने का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ बीजेपी के नेताओं द्वारा इसका समर्थन किया गया है। जबकि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जिन्ना ने इस देश का बंटवारा करवाया था, उनका सम्मान कैसे किया जा सकता है।