केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आम चुनाव से पहले बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, ‘सपने देखने लोगों को अच्छे लगते हैं, पर दिखाए हुए सपने जब पूरे नहीं होते हैं तो उन नेताओं की लोग पिटाई भी करते हैं।’ केंद्रीय मंत्री स्वच्छ और मुक्त बहने वाली गंगा पर बोल रहे थे जिसमें पर्यटकों के लिए एक ऐसी एयरबोट की परिकल्पना की गई जो पानी के 10 सेमी ऊपर उड़ेगी। द टेलीग्राफ में छपी खबर के अनुसार सड़क परिवहन और राजमार्ग, जहाजरानी, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री ने यह बात एक पत्रकार के सवाल के जवाब में कही। गडकरी की योजना है कि एविएशन तकनीक से कुंभ मेले के दौरान प्रयागराज और वाराणसी के बीच गंगा पर तीर्थयात्रियों को लाने ले जाने के लिए फेरी बने।
उन्होंने कहा, ‘आज मैं कोई वादा नहीं कर रहा मगर यह कामयाब रहा तो एक क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा। जल परिवहन शुरू होगा। हम फ्लोटिंग जेटीस बनाएंगे। पानी साफ होगा। अच्छे घाट बनेंगे। नदी के दोनों तरफ पेड़ लगेंगे। लोग आएंगे और गंगा उन्हें अविस्मरणीय सुख देगी। यह एक सपना है।’ सपना दिखाने बात कहते हुए गडकरी ने ‘सपने दिखाने वाले लोगों’ और ‘पिटाई’ जैसे शब्दों का इस्तेमान करते हुए जोरदार तंज भी कसा।
उन्होंने दावा करते हुए कहा, ‘लोगों को जो अब तक सपने दिखाए हैं वो पूरे हुए हैं। मगर गंगा का सपना बहुत कठिन है।’ हालांकि उनका मानना है कि एयरबोट का ट्रायल दिल्ली और आगरा और वाराणसी और प्रयागराज (इलाहाबाद) का प्रयोग 26 जनवरी तक कामयाब होता है तो एक टूरिज्म के इतिहास में नई कामयाब स्टोरी शुरु होगी।
बता दें बाहरी आलोचकों के अलावा भाजपा में बहुतों का मानना है कि साल 2014 में मोदी सरकार सपने दिखाकर सत्ता के शीर्ष तक पहुंची और उन्हें पूरा करने में नाकामयाब रही है। भाजपा को हाल के दिनों में तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। इससे भाजपा में बड़े नेताओं को भी यह महसूस होने का लगा है कि पार्टी साल 2014 में मिली बंपर जीत को दोहरा नहीं पाएगी।