केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगवार को विपक्ष और खास तौर पर कांग्रेस को झूठी अफवाहें फैलाने के लिए लताड़ा। गडकरी ने कहा कि कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष अफवाह फैलाने का काम कर रहा है। बता दें कि इस समय दिल्ली की सीमा पर किसान कृषि कानूनों के विरोध में डेरा डाले हुए हैं। नितिन गडकरी ने कहा कि मोदी सरकार किसानों की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है और सारे मुद्दों का समाधान बातचीत के रास्ते किया जा सकता है। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से अपील की कि “ये कोई प्रतिष्ठा का मुद्दा नहीं है” राहुल गांधी को शिकायतें हैं तो वे सरकार से कह सकते हैं। “अगर उनके पास सरकार को देने के लिए कोई प्रस्ताव या समाधान है तो वे वो भी बता सकते हैं,उन्हें आना चाहिए और बातचीत करनी चाहिए”। “कांग्रेस कृषि कानूनों पर अब तक किसानों को राजी नहीं कर सकी, इसलिए अब उन्हें असमंजस में डालने का काम कर रही है।”
गडकरी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को अधिकार है कि वह सरकार की नीतियों की आलोचना करे। हालांकि कांग्रेस को देश के आम आदमी और गरीबों के मुद्दों को लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिए। गडकरी ने कहा कि कृषि कानून किसानों के खिलाफ नहीं हैं। मोदी सरकार किसानों की स्थिति में सुधार करना चाहती है और उनकी आय बढ़ाना चाहती है।
गडकरी ने 26 जनवरी को लाल किले पर हुए उपद्रव को लेकर कहा कि निश्चित तौर पर ये एक राजनीतिक साजिश थी। कुछ देशद्रोही लोग हैं जो कि किसानों के आंदोलन में शामिल हो गए हैं। किसानों के इस आंदोलन की 26 जनवरी के बाद विश्वसनीयता कम हो गई है।
गडकरी ने वित्त मंत्री सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट पर कहा कि ये विकास के नए अवसर पैदा करता है। देश के हर एक हिस्से के चौतरफा विकास की बात करता है। विपक्ष के उन हमलों को झूठा करार देते हुए कि मोदी सरकार देश के संसाधनों को बेचना का काम कर रही है, उन्होंने कहा कि देश का विकास उद्योग जगत से जुड़ा है।