केंद्र सरकार की सेना को लेकर अग्निपथ योजना का देश के कई राज्यों में विरोध देखा जा रहा है। बिहार में छात्रों का विरोध उग्र हो चुका है। कई ट्रेनों को आग के हवाले किया गया है। इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि अग्निपथ स्कीम के जरिए देश के युवा हीरा बनेंगे लेकिन इस योजना को लेकर विपक्षी दल भ्रम फैला रहे हैं।

उन्होंने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, “हमारे युवाओं को अग्निपथ स्कीम को समझना चाहिए। आर्मी के रास्ते कहीं भी बंद नहीं हुए है। यह जबरन कुछ लोगों के द्वारा भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है।”

उन्होंने कहा, “हर आदमी को इस बात गर्व होना चाहिए कि मैं अग्निवीर बनकर अगर आर्मी में काम करना चाहता हूं तो आर्मी में जा सकता हूं। और आर्मी के अलावा भी किसी और क्षेत्र में जाना चाहता हूं तो अग्निवीर की ट्रेनिंग करके जो चार साल बाद लौटेगा, तो हीरा बनकर लौटेगा और उसे हर क्षेत्र में भी काम मिलेगा।”

नरेंद्र तोमर ने कहा कि जब भी देश में कोई रिफॉर्म होता, सुधार होता है तो विपक्ष के लोग भ्रम फैलाकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश करते हैं। देश की आजादी को 75 साल हो गये हैं, हमें कही तो खड़े होना चाहिए न।

बता दें कि नरेंद्र सिंह तोमर के इस बयान पर अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अग्निपथ स्कीम के जरिए देश के युवाओं को गुलाम बनाया जा रहा है। हमारी मांग है कि इस योजना को वापस ले सरकार और परमानेंट भर्ती करें।

संयुक्त रोजगार आंदोलन की तरफ से एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि आज लोगों को चार साल के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर रोजगार दिया जा रहा है। उन्हें गुलाम बनाया जा रहा है। हम उसके खिलाफ हैं।

बता दें कि अग्निपथ योजना के विरोध में तीसरे दिन शुक्रवार को भी बिहार में ट्रेनों को आग के हवाले किया गया। अग्निपथ योजना के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के चलते बिहार में पटना, खगड़िया, भागलपुर, बेगूसराय, समस्तीपुर और आरा सहित बिहार के 19 जिलों में सड़क और रेल यातायात बाधित है।