नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के खिलाफ देश के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन जारी है। इस मुद्दे को लेकर केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून भी लागू होगा और जल्दी एनआरसी भी लाएंगे। नड्डा ने अफगानिस्तान से शरणार्थी बनकर आए हिंदू और सिखों से मुलाकात की और उन्हें धन्यवाद दिया। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि देश में विरोध प्रदर्शन कुछ राजनीतिक दलों के इशारे पर हो रहे हैं वह जानबूझकर मुसलमानों को भ्रमित कर रहे है।
नड्डा ने कहा कि मुसलमानों को भ्रमित किया जा रहा है। इस कानून के तहत किसी भी व्यक्ति की नागरिकता नहीं ली जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत में हिंदू, सिख, बौद्ध, पारसी, इसाई और जैन लोगों को नागरिकता दी जाएगी, जिन्हें धर्म के आधार पर अफगानिस्तान पाकिस्तान या बांग्लादेश में प्रताड़ित किया गया है। वहीं एनडीए की प्रमुख पार्टियों में से एक लोक जनशक्ति पार्टी का कहना है कि अभी एनआरसी को उनका समर्थन नहीं है। रविवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग़ पासवान ने कहा था कि एनआरसी को लेकरर जो आशंकाएं सामने आ रही हैं उसे केंद्र सरकार को और गृह मंत्री अमित शाह को स्थिति साफ़ करनी चाहिए।
चिराग ने कहा कि NRC के नाम पर बेवजह किसी को परेशान नहीं करना चाहिए। अगर केंद्र सरकार एनआरसी पर बिल लाती है तो पहले लोजपा उस बिल को देखेगी। उन्होंने आगे कहा कि अगर इस बिल में लाई गई बातें हमारी पार्टी को ठीक लगेंगी तभी हम इसका समर्थन करेंगे और जो देश और बिहार हित में होगा वो ही फ़ैसला लेंगे। चिराग ने कहा कि शरणार्थी और घुसपैठिया में बहुत अंतर होता है, इस बात को समझना चाहिए।
बता दें इस कानून के विरोध में शुक्रवार को देशभर में कई प्रमुख जगहों पर प्रदर्शन हुए और इस दौरान देश के विभिन्न स्थानों पर परेशानी हुई। देश की राजधानी दिल्ली के लाल किला इलाके में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लागू होने के कारण इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया। हिरासत में लिये गए लोगों में स्वराज अभियान के अध्यक्ष योगेंद्र यादव तथा छात्र नेता उमर खालिद शामिल । वहीं मंडी हाउस से सीताराम येचुरी, डी राजा, नीलोत्पल बसु और बृंदा करात समेत तमाम वाम नेता हिरासत में लिए गए। जंतर मंतर – मंडी हाउस और लाल किले से प्रदर्शनकारियों को निकाले जाने के बाद झंडा लहराते सैकड़ों छात्र और कार्यकर्ता एकत्र हुए।

