तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के हिंदू देवी-देवताओं को लेकर दिए गए बयान पर चारों ओर आलोचना हो रही है। उनके उस बयान को लेकर बीजेपी नेता आक्रामक नजर आ रहे हैं। केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी और बंदी संजय कुमार सहित तेलंगाना के बीजेपी नेताओं ने इस टिप्पणी की आलोचना की। वहीं गिरिराज सिंह तो इस बयान को औरंगजेब के वंश से जोड़ दिया है।
केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि केवल औरंगजेब के वंश से जुड़ा कोई व्यक्ति ही ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर सकता है। वहीं जी किशन रेड्डी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने हाल ही में जुबली हिल्स उपचुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि “कांग्रेस का मतलब मुसलमान है और मुसलमान का मतलब कांग्रेस है।” उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि मुख्यमंत्री एआईएमआईएम के साथ अपनी दोस्ती के कारण हिंदुओं और हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ टिप्पणियां कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “तेलंगाना में भी हिंदुओं के एकजुट होने का समय आ गया है। रेवंत रेड्डी और कांग्रेस पार्टी को हिंदुओं की ताकत दिखाने का समय आ गया है।”
शराब-मुर्गा मांगने वाले भगवान : रेड्डी
वहीं तेलंगाना भाजपा के पूर्व अध्यक्ष बंदी संजय कुमार ने कहा, “मैं मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी द्वारा हिंदुओं और हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने वाली टिप्पणियों की कड़ी निंदा करता हूं। कांग्रेस हमेशा से एआईएमआईएम के आगे झुकने वाली पार्टी रही है। रेवंत रेड्डी ने खुद कहा था कि कांग्रेस एक मुस्लिम पार्टी है। यह बयान ही उनकी मानसिकता को उजागर करता है। कांग्रेस हिंदुओं के प्रति गहरी नफरत रखती है।”
दरअसल मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने मंगलवार को हैदराबाद स्थित गांधी भवन में प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी बैठक को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, “कांग्रेस हर तरह के लोगों को साथ लेकर चलती है। एक कहता है कि वह भगवान वेंकटेश्वर की पूजा करेगा, दूसरा कहता है कि वह हनुमान की पूजा करेगा। जब हम देवताओं पर आम सहमति नहीं बना पाए, तो मुझे नहीं लगता कि हम राजनीतिक नेताओं और डीसीसी अध्यक्षों पर भी आम सहमति बना पाएंगे।”
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने आगे कहा, “हिंदू धर्म में कितने देवता हैं? कितने देवता हैं? तीन करोड़? क्यों? जो अविवाहित हैं, उनके लिए भगवान हनुमान हैं। जो दो बार शादी करते हैं, उनके लिए एक और भगवान हैं। जो शराब पीते हैं, उनके लिए एक और भगवान हैं। येल्लम्मा, पोचम्मा, मैसम्मा। जो चिकन मांगते हैं, उनके लिए एक भगवान हैं और जो दाल-चावल खाते हैं, उनके लिए एक और भगवान हैं, है ना? सभी प्रकार के देवता हैं।” इसी बयान के बाद रेड्डी की आलोचना हो रही है।
इसके साथ ही गिरिराज सिंह ने संसद में विपक्ष द्वारा किए जा रहे विरोध और हंगामे को लेकर कहा, “ये लोग सिर्फ मीडिया का ध्यान खींचने के लिए ऐसी बातें करते हैं क्योंकि जनता ने उन्हें नकार दिया है। संसद के बाहर ये स्पीकर के खिलाफ बोलते हैं, इनके पास ऐसी बातें करने के अलावा और कुछ नहीं बचा है।”
