भारत में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार को घेरने में लगा है। दरअसल, देश में पहली बार पेट्रोल की कीमतें 100 रुपए के आंकड़े को छूने के करीब हैं। कुछ राज्यों में तो बढ़े हुए टैक्स की वजह से प्रीमियम पेट्रोल पहले ही 100 रुपए प्रतिलीटर से ज्यादा की कीमतों पर बिक चुका है। वहीं, डीजल की कीमतें भी 90 रुपए के ऊपर जा चुकी है। जहां ज्यादातर केंद्रीय मंत्री तेल के दामों पर सवाल से बचते नजर आ रहे हैं, तो वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने जल्द ही भारत में अपना स्वदेशी पेट्रोल बनने का दावा किया।

रिपोर्टरों ने हाल ही में चौबे से पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर सवाल पूछे। उन्होंने आरोपों का ब्योरा देते हुए चौबे से कहा- “विपक्ष कहता है कि आप जुमले पर शोर मचाते हैं और हम सच का आइना दिखाते हैं। 2013 में जब 93 डॉलर प्रति बैरल था तो हम 71 रुपए प्रतिलीटर बेच रहे थे। अब 30 डॉलर कम हो गया, तो हम 100 रुपए प्रतिलीटर के ऊपर जा रहे हैं।”

इस पर अश्विनी कुमार चौबे बोले- “आपने देखा कि हमने बढ़े मूल्यों को कितना कम किया था। आज भी हम इन्हें कम करने की कोशिश में हैं। ये वैश्विक बाजार के मूल्य का हम निर्धारित नहीं करते हैं। हम उसे नियंत्रित करने का काम अपने हिसाब से कर रहे हैं। देश में इतने कल्याण के काम हो रहे हैं। ये उन्हें दिखाई नहीं दे रहा है।”

केंद्रीय मंत्री यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा, “देश में कैसे पेट्रोल तैयार किया जा सकता है, इसकी तैयारी में हम जुटे हैं। आने वाले कुछ वर्षों में हमारा अपना पेट्रोल होगा, स्वदेशी पेट्रोल होगा और उसे स्वदेशी ढंग से तैयार किया जाएगा।”

तेल की बढ़ती कीमतों पर विपक्ष हमलावर: देश में पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों पर विपक्ष हमलावर है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पेट्रोलियम उत्पादों के दाम में वृद्धि का हवाला देते हुए ट्वीट में कहा, ‘‘महंगाई का विकास!’’ वहीं, कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाद्रा ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘भाजपा सरकार को सप्ताह के उस दिन का नाम ‘अच्छा दिन’ कर देना चाहिए, जिस दिन डीजल-पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी न हो, क्योंकि महंगाई की मार के चलते बाकी दिन तो आमजनों के लिए ‘महंगे दिन’ हैं।’’