Assam Flood Situation: असम में बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है। राज्य में 15 जिलों में चार लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। राज्य के कई हिस्सों में लगातार हो रही बारिश से कई नए इलाके जलमग्न हो गए हैं। वहीं मरने वालों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। शनिवार को आधिकारिक बुलेटिन में कहा गया कि राज्य की अधिकांश नदियां उफान पर हैं।

असम सीएम ने बताया अमित शाह से क्या हुई बात

राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में स्थिति नियंत्रण में है। सरमा ने कहा कि आज सुबह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुझे फोन किया और असम की बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली। उनका कहना है कि NDRF को स्टैंडबाय पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि मैंने सभी को राहत और बचाव अभियान में असम सरकार को पूर्ण समर्थन देने का निर्देश दिया है…मैंने उन्हें बताया कि अब तक स्थति नियंत्रण में है, हालांकि कुछ नदियां खतरे की रेखा से ऊपर बह रही हैं। हम स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं।

खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं नदियां

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि बाढ़ के पानी ने नलबाड़ी जिले में एक व्यक्ति की जान ले ली, जिससे अब तक मरने वालों की कुल संख्या तीन हो गई है। ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर तेजपुर और जोरहाट के नेमाटीघाट में खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल मिलाकर, 1,67,538 महिलाएं और 53,119 बच्चों सहित 4,07,771 लोग बाढ़ के प्रभावित हुए हैं। प्रभावित जिले बजाली, बक्सा, बारपेटा, चिरांग, दरांग, धुबरी, डिब्रूगढ़, गोलपारा, गोलाघाट, जोरहाट, कामरूप, लखीमपुर, नागांव, नलबाड़ी और तामुलपुर हैं।

बाढ़ से बजाली से सबसे ज्यादा प्रभावित

वहीं बजाली सबसे अधिक प्रभावित जिला है, जहां 2,21,58 लोग बाढ़ से पीड़ित हैं। इसके बाद नलबाड़ी में 40,068 और लखीमपुर में 22,060 लोग बाढ़ से पीड़ित हैं। प्रभावित लोगों के लिए कुल मिलाकर 220 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं और 81,352 लोग वहां रह रहे हैं। अधिकारियों ने बजाली में सबसे अधिक 57 और नलबाड़ी में 34 राहत वितरण केंद्र स्थापित किए हैं।

1,118 गांव जलमग्न

एएसडीएमए ने कहा कि कुल मिलाकर 1,118 गांव जलमग्न हो गए हैं। पूरे असम में 8469.56 हेक्टेयर फसल क्षेत्र प्रभावित हुआ है। जबकि कुल 964 जानवर बह गए, जबकि 4,10,055 अन्य प्रभावित हुए हैं।