Unemployment Rate in India : नई और पॉजिटिव उम्मीदों के साथ भारत साल 2023 में प्रवेश कर चुका है लेकिन साल 2022 जाते-जाते भी एक बुरी खबर दे गया। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) द्वारा रविवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर 2022 में भारत की बेरोजगारी दर बढ़कर 8.30 फीसदी हो गई। यह पिछले 16 महीनों में सबसे ज्यादा है। नवंबर 2022 में भारती की बेरोगारी दर 8 फीसदी थी।
CMIE के आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर 2022 में शहरी बेरोजगारी दर 10.09% बढ़ी. यह नवंबर 2022 में 8.96 फीसदी थी जबकि ग्रामीण बेरोजगारी दर 7.55 फीसदी से गिरकर 7.44 फीसदी हो गई।
CMIE के एमडी महेश व्यास ने बताया कि बेरोजगारी दर में वृद्धि “उतनी बुरी नहीं थी जितनी यह लग रही थी” क्योंकि यह श्रम भागीदारी दर में इजाफे के साथ आई है। दिसंबर में श्रम भागीदारी दर (Labour Participation Rate) 40.48% तक बढ़ गई थी, यह 12 महीनों में सबसे अधिक है। उन्होंने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि दिसंबर 2022 में रोजगार दर 37.1 फीसदी बढ़ी है। यह 2022 से अबतक सबसे ज्यादा है।
बेरोजगारी दर ने बढ़ाई सरकार की टेंशन!
साल 2024 में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) होने हैं। ऐसे में बढ़ती हुई बेरोजगारी दर निश्चित ही मोदी सरकार के लिए समस्याएं खड़ी करेगी। नरेंद्र मोदी सरकार के सामने महंगाई पर काबू पाना और युवाओं के लिए रोजगार पैदा करना एक बड़ा चैलेंज है।
इन्हीं समस्याओं के विरोध में कांग्रेस पार्टी इन दिनों देश में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ (Bharat Jodo Yatra) निकाल रही है। सितंबर महीने में कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा दिल्ली पहुंच चुकी है और यह यूपी, हरियाणा, पंजाब के रास्त जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में जाकर खत्म होगी।
‘भारत जोड़ो यात्रा’ के जरिए कांग्रेस पार्टी आम लोगों से महंगाई, बेरोजगारी और अन्य कई मुद्दों पर भाजपा के खिलाफ समर्थन जुटानने की कोशिश कर रही है। शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि भारत को GDP पर फोकस के साथ ही रोजगार, युवाओं के कौशल और निर्यात संभावनाओं पर भी काम करने की जरूरत है।