जम्मू कश्मीर के मुद्दे का अन्तरराष्ट्रीयकरण करने में जुटे पाकिस्तान को यूएन में बड़ा झटका लगा है। दरअसल पाकिस्तान ने यूएन में कश्मीर के मुद्दे पर एक बैठक बुलाने का आह्वान किया था। इसके लिए पाकिस्तान को चीन का भी समर्थन मिला था। अब खबर आयी है कि पाकिस्तान को इस बैठक के लिए 9 देशों का समर्थन नहीं मिला है।
बता दें कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बीते दिनों इस माह के लिए काउंसिल अध्यक्ष पोलैंड के अधिकारियों को पत्र लिखकर जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर यूएन की बैठक बुलाने का आह्वान किया था। गुरुवार को खबर आयी थी कि चीन ने भी पाकिस्तान का समर्थन करते हुए कश्मीर मुद्दे पर यूएन की एक गुप्त बैठक बुलाने की मांग की।
खबर आयी कि यूएन की यह गुप्त बैठक शुक्रवार यानि कि आज हो सकती है। अब एबीपी न्यूज के हवाले से खबर आयी है कि पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र में 9 देशों का समर्थन नहीं मिला है। यूएन से इतर भी पाकिस्तान को जम्मू कश्मीर मुद्दे पर दुनिया के अधिकतर देशों से समर्थन नहीं मिला है।
बता दें कि बीते दिनों भारत ने जम्मू कश्मीर को विशेषाधिकार देने वाले आर्टिकल 370 के प्रावधान हटा दिए थे। इसके साथ ही भारत ने जम्मू कश्मीर का बंटवारा कर उसे दो हिस्सों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया। इसके साथ ही भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर और लद्दाख को केन्द्र शासित प्रदेश बना दिया है।
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सरकार के इस कदम से पाकिस्तान बुरी तरह तिलमिला गया है और उसे कश्मीर अपने हाथ से जाता दिखाई दे रहा है। यही वजह है कि पाकिस्तान की सरकार दुनियाभर के देशों से मदद की गुहार लगा रही है और जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर चर्चा करने की मांग कर रही है। चीन को छोड़कर अभी तक किसी भी बड़े देश ने पाकिस्तान को अपना समर्थन नहीं दिया है।
बीते दिनों से पाकिस्तान ने सीमा पर भी गोलीबारी बढ़ा दी है। सेना के सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान सीजफायर कर दुनिया का ध्यान जम्मू कश्मीर के मुद्दे की ओर खींचना चाहता है। वहीं भारत का तर्क है कि यह उसका आंतरिक मामला है और सरकार के फैसले से देश की सीमाओं में कोई बदलाव नहीं होगा।