UK with India Against Terrorism: ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने भारत में पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ शून्य सहिष्णुता की नीति का पालन करता है और उम्मीद करता है कि उसके साझेदार यह समझेंगे कि भारत कभी भी अपराधियों और पीड़ितों की समानता को बर्दाश्त नहीं करेगी।
वहीं इस मामले में ब्रिटेन के सचिव डेविड लैमी ने पीएम मोदी से मुलाकात की जिसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी से मिलकर खुशी हुई। हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी में उल्लेखनीय प्रगति में उनके महत्वपूर्ण योगदान की सराहना करता हूं, जिसे हाल ही में संपन्न एफटीए ने और मजबूत किया है। सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में ब्रिटेन के समर्थन की सराहना करता हूं।
P-5 के विदेश मंत्री भारत यात्रा पर
पिछले महीने भारत-पाकिस्तान के बीच हुई के बाद यह किसी P-5 देश के विदेश मंत्री की पहली भारत यात्रा है। लैमी ने 16 मई को इस्लामाबाद का दौरा किया था, जब उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम का स्वागत किया था। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि मैं जम्मू -कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करने और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के प्रति आपकी एकजुटता और समर्थन के लिए यूनाइटेड किंगडम सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं।
दुनिया की सबसे सुंदर हैंडराइटिंग वाली लड़की, कागज पर मोतियों की माला की तरह सजा देती है अक्षर
एस जयशंकर ने क्या कहा?
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि हम आतंकवाद के खिलाफ़ शून्य सहनशीलता की नीति अपनाते हैं और उम्मीद करते हैं कि हमारे साथी इसे समझेंगे, और हम कभी भी बुराई करने वालों को इसके पीड़ितों के बराबर नहीं रखेंगे।
जयशंकर ने कहा कि भारत-ब्रिटेन एफटीए और दोहरे योगदान सम्मेलन का हाल ही में संपन्न होना वास्तव में एक मील का पत्थर है, जो न केवल दो-तरफा व्यापार और निवेश को बढ़ावा देगा, बल्कि हमारे द्विपक्षीय संबंधों के अन्य रणनीतिक पहलुओं पर भी सकारात्मक प्रभाव डालेगा, यह आपूर्ति और मूल्य श्रृंखलाओं को मजबूत करने में भी योगदान देगा।
ट्रेड पर भी हुई बात
एस जयशंकर ने कहा कि प्रौद्योगिकी सुरक्षा पहल (टीएसआई) एआई, सेमीकंडक्टर, दूरसंचार, क्वांटम, हेल्थटेक/बायो-टेक, महत्वपूर्ण खनिजों और उन्नत सामग्रियों के रणनीतिक प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में गहन सहयोग को सक्षम करेगी। दोनों पक्षों ने सामरिक निर्यात और प्रौद्योगिकी सहयोग वार्ता भी शुरू की है, जो प्रासंगिक लाइसेंसिंग या विनियामक मुद्दों के समाधान सहित महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों में व्यापार को बढ़ावा देने में टीएसआई की प्रभावशीलता को बढ़ाएगी।
UN ने PAK को दी अहम जिम्मेदारी, नाराज प्रियंका चतुर्वेदी बोलीं- हाफिज को नोबेल पीस प्राइज भी दे दो
ट्रंप की नाराजगी के आगे झुके एलन मस्क? Epstein Files वाला ट्वीट डिलीट