Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति में उस वक्त अपने चरम पर आ गई। जब बुधवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को सख्त लहजे में चेतावनी दे डाली। उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम में से केवल एक ही राजनीति में रहेगा। मतलब या तो मैं या फिर देवेंद्र फडणवीस। उद्धव ठाकरे ने यह बयान उस दौरान दिया, जब उन्होंने खुद को और अपने बेटे आदित्य ठाकरे को जेल में डालने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि या तो वह या फिर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र ही राजनीति में रहेंगे।

उद्धव ने मुंबई के रंगशारदा हॉल में पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘अनिल देशमुख ने अब खुलासा किया है कि कैसे फडणवीस ने मुझे और आदित्य (ठाकरे) को जेल में डालने की साजिश रची थी। मैंने सब कुछ सहा है, लेकिन अभी भी बहादुरी और मजबूती से खड़ा हूं। इसलिए अब या तो आप (फडणवीस) राजनीति में रहेंगे या मैं रहूंगा। आज मेरे पास कोई पार्टी, चुनाव चिह्न या पैसा नहीं है, लेकिन मैं उन सभी शिवसैनिकों की हिम्मत की वजह से भाजपा को चुनौती दे रहा हूं जो मेरे साथ हैं।’

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आगामी विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा के लिए प्रचार करने के लिए महाराष्ट्र आने की चुनौती दी। उन्होंने कहा कि मोदी का लोकसभा चुनावों के प्रचार के दौरान पसीना छूट गया था। उन्होंने कहा कि मोदी को विधानसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र आना चाहिए। उद्धव ने सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन पर मुंबई को लूटने का भी आरोप लगाया।

उद्धव ने कहा कि बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) को वित्तीय रूप से कमजोर किया जा रहा है और इसका पैसा मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) और महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम लिमिटेड (एमएसआरडीसी) जैसी अन्य बुनियादी ढांचा एजेंसियों के लिए दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद एमवीए सरकार एमएमआरडीए को खत्म कर देगी।

एनसीपी विधायक और पूर्व राज्य मंत्री अनिल देशमुख ने हाल ही में दावा किया था कि देवेंद्र फडणवीस के एक सहयोगी ने उन पर दबाव बनाया था कि अगर वह जेल नहीं जाना चाहते तो उद्धव के खिलाफ हलफनामे पर हस्ताक्षर करें।

उद्धव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि शिवसेना प्रमुख को समझ में नहीं आ रहा है कि वह क्या कह रहे हैं और वह मुस्लिम और ईसाई वोटों के बल पर फडणवीस और मोदी को चुनौती दे रहे हैं।

बावनकुले ने कहा, “उद्धव ठाकरे ईसाई और मुस्लिम वोटों के आधार पर देवेंद्र फडणवीस को चुनौती दे रहे हैं। उद्धव ठाकरे को सोचना चाहिए कि बालासाहेब ठाकरे उनकी भाषा सुनकर क्या सोचते। असल में, उन्हें यह भी नहीं पता कि वे क्या बोल रहे हैं।”

उद्धव को “अहंकारी” बताते हुए बावनकुले ने कहा, “फडणवीस हमारे सबसे मूल्यवान और योग्य नेता हैं। उन्हें भगवान का आशीर्वाद और महाराष्ट्र और बाहर के लोगों की सद्भावना प्राप्त है… कई जन्म लेने के बाद भी, उद्धव फडणवीस को राजनीतिक रूप से खत्म नहीं कर पाएंगे।”