महाविकास अघाड़ी (Shivsena, NCP और INC का गठबंधन) के नेता और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। गुरुवार (28 नवंबर, 2019) को कार्यक्रम स्थल पर करीब 70 हजार कुर्सियां लगेंगी, जबकि प्रोग्राम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और TMC चीफ ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल व DMK अध्यक्ष एम के स्टालिन समेत Congress के सभी मुख्यमंत्रियों को न्यौता भेजा गया है। यही नहीं, समारोह में लगभग 400 किसानों को भी बुलाया गया है।

उद्धव के शपथ लेने के साथ सूबे में 20 साल बाद शिवसेना के पास CM पद होगा। 59 वर्षीय ठाकरे उसी शिवाजी पार्क में शपथ शपथ लेंगे, जहां पर पिता और शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे मशहूर दशहरा रैली को संबोधित करते थे। शिवसेना के आखिरी मुख्यमंत्री नारायण राणे थे, जिन्होंने मनोहर जोशी के बाद 1999 में पद ग्रहण किया था। वर्ष 1995 में जोशी शिवसेना के पहले मुख्यमंत्री थे।

शपथ समारोह को लेकर HC ने जताई सुरक्षा संबंधी चिंताः ठाकरे के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण समारोह शिवाजी पार्क में आयोजित करने पर बंबई उच्च न्यायालय ने बुधवार को सुरक्षा संबंधी चिंता जताई। कहा कि सार्वजनिक मैदानों पर इस किस्म के कार्यक्रमों को आयोजित करने का यह नियमित सिलसिला नहीं होना चाहिए।

न्यायमूर्ति एससी धर्माधिकारी और न्यायमूर्ति आरआई छागला की खंडपीठ ने कहा कि अन्यथा हर कोई इस तरह के कार्यक्रम के लिए मैदान को इस्तेमाल करना चाहेगा। अदालत ने स्पष्ट किया कि वह कल होने वाले शपथ ग्रहण कार्यक्रम के बारे में कुछ नहीं कह रहे हैं। अदालत गैर सरकारी संगठन ‘वीकम ट्रस्ट’ की याचिका पर सुनवाई कर रही थी। इस मामले में सवाल उठाया गया कि शिवाजी पार्क खेल का मैदान है या मनोरंजन का स्थल।

अदालत ने इस पर कहा, ‘‘कल के कार्यक्रम के बारे में हम कुछ नहीं कहना चाहते…हम केवल यह प्रार्थना कर रहे हैं कि कुछ अप्रिय न घटे।’’ कोर्ट के मुताबिक, ‘‘दरअसल होगा यह कि यह (कार्यक्रम आयोजन) एक परंपरा बन जाएगा और फिर हर कोई इस तरह के कार्यक्रमों के लिए मैदान का इस्तेमाल करना चाहेगा।’’ बता दें कि ठाकरे बृहस्पतिवार शाम को छह बजकर 40 मिनट पर शिवाजी पार्क में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।