शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना राज ठाकरे के एक साथ आ गए हैं। जिसके बाद से ही इस बात को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी का भविष्य पहले की तरह ही एकजुट रहेगा या फिर टूट जाएगा। इस को लेकर शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र की जनता चाहती है कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे एक साथ मिलकर चुनाव लड़ें।
महाविकास अघाड़ी और इंडिया गठबंधन को लेकर संजय राउत ने कहा कि बीते लोकसभा और विधानसभा को लेकर हम एकजुट हुए थे। लेकिन अब महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय के चुनाव होने हैं जिसके लिए गठबंधन की कोई जरूरत नहीं है। इस चुनाव में स्थानीय मुद्दे हैं। ऐसे में स्थानीय स्तर पर ही इसको बेहतर तरीके से लड़ा जा सकता है।
मीडिया से बात करते हुए सांसद संजय राउत ने कहा, “मैंने यह नहीं कहा कि शिवसेना और मनसे मिलकर स्थानीय निकाय चुनाव लड़ रहे हैं। मैंने कहा कि जनता की ओर से शिवसेना और मनसे पर स्थानीय निकाय चुनाव साथ लड़ने की मांग और दबाव है। लोगों का मानना है कि अगर ‘मराठी मानुस’ के अधिकारों की रक्षा करनी है तो उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे को साथ आना होगा। राज ठाकरे की काम करने की शैली अलग है।”
राज ठाकरे को लेकर निर्णय हाईकमान करेगा
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने इसको लेकर कहा, “हमने हमेशा कहा है कि हमारा हाईकमान इस पर फैसला करेगा। अगर हमारे गठबंधन के बाहर कोई भी गठबंधन तैयार हो रहा है, तो निर्णय हमारे हाईकमान द्वारा किया जाएगा।”
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वहीं पटोले ने संजय राउत के ‘महाराष्ट्र निकाय चुनावों में भारत-पाक गठबंधन की कोई गुंजाइश नहीं’ वाले बयान को लेकर कहा, “मुझे इस पर कोई टिप्पणी करने की जरूरत नहीं है। मैं संजय राउत पर कोई टिप्पणी नहीं करूँगा। मैंने कई बार कहा है कि स्थानीय निकाय चुनाव स्थानीय कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं को विश्वास में लेकर लड़े जाते हैं। इसलिए इन चुनावों को इस तरह नहीं देखा जाना चाहिए।”