Kathua Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के कठुआ में 8 जुलाई को आतंकियों के हमले में जूनियर कमीशंड ऑफिसर (JCO) समेत 5 जवान शहीद हुए थे। इस हमले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। आतंकियों की मदद करने वाले दो ओवर ग्राउंड वर्कर को गिरफ्तार किया गया है। ये दोनों ही कठुआ जिले के रहने वाले थे और उनकी पहचान मल्हार तहसील के मूल राज और बिलावर के लियाकत के तौर पर हुई है।
पुलिस ने बताया कि दोनों लोगों ने जानबूझ कर पुलिस को जरूरी जानकारी नहीं दी और आंतकी गतिविधियों को रोकने की कोशिश में परेशानी पैदा हुई। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय न्याय संहिता की धारा 61(1), 113, 147, 150 और ईमको अधिनियम के तहत उनके खिलाफ मल्हार पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की और आगे की जांच जारी है।
आतंकियों की मदद की थी
पुलिस ने जांच के बाद उन्हें गिरफ्तार किया है। पुलिस ने करीब 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है। आगे इस तरह के खतरों को कम करने के लिए 40 से ज्यादा लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस बीच, सूत्रों ने कहा कि इन दो ओजीडब्ल्यू से लगातार पूछताछ के बाद आंतकियों की मदद करने और प्लानिंग करने वाले और लोगों की भी गिरफ्तारियां होने की संभावना है। दोनों OGW आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हुए थे। दोनों आतंकियों को खाने-पीने की चीजों के साथ ही वाई-फाई मुहैया कराते थे, ताकि आतंकी सीमा पार बैठे अपने हैंडलर से बातचीत कर सकें। इन इलाकों के लोग आतंकियों की मदद करते हैं।
सेना पर हुआ था आतंकी हमला
8 जुलाई को सुरक्षाबल के जवान दो ट्रकों कठुआ से करीब 123 किलोमीटर दूर लोहाई मल्हार ब्लॉक के माछेड़ी इलाके के बडनोटा में दोपहर 3.30 बजे पहाड़ी इलाके में पेट्रोलिंग के लिए निकले थे। रास्ता काफी ऊबड़-खाबड़ था और गाड़ी की स्पीड भी काफी कम थी। एक तरफ तो ऊंची पहाड़ी थी वहीं दूसरी तरफ खाई थी। आतंकियों ने पहाड़ी से घात लगाकर सेना के ट्रक पर पहले ग्रेनेड फेंक दिाय और फिर स्नाइपर गन से गोलीबारी की।
इस आंतकी फायरिंग के जवाब में सेना ने भी पलटवार किया और फिर वह आतंकी जगल में भाग खड़े हुए। हमले में 3 से 4 आतंकियों के शामिल होने की बात सामने आई थी। वे काफी आधुनिक हथियारों से लैस थे। आतंकियों के इस हमले में जेसीओ समेत पांच जवान शहीद हो गए थे। इस क्षेत्र में आतंकवाद को निपटाने के लिए करीब 4000 हजार से ज्यादा सैनिकों को तैनात किया गया है।