दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन (Nizamuddin railway station) से संपर्क क्रांति एक्सप्रेस (Sampark Kranti Express) को छत्तीसगढ़ के लिए हरी झंडी दिखाई गई। इस ट्रेन पर सरकार की जन औषधि वाली ब्रांडिंग भी है। ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Union Health Minister Mansukh Mandaviya and Railways Minister Ashwini Vaishnaw) भी पहुंचे थे। वहीं इस दौरान एक यात्री ने दोनों मंत्रियों से एक और डिमांड कर डाली। यात्री ने कहा कि अब हम इस रूट पर वंदे भारत (Vande Bharat) ट्रेन देखना चाहते हैं।

इसके बाद मंत्रियों द्वारा यह पूछे जाने पर कि वह वंदे भारत क्यों चाहते हैं, उन्होंने कहा कि यह एक बहुत अच्छी और तेज ट्रेन है जो उन्हें प्रत्येक सप्ताह के अंत में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में अपने गृहनगर जाने में सक्षम बनाएगी। इसके बाद अश्विनी वैष्णव ने उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही कुछ किया जाएगा। बाद में यात्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को इतनी अच्छी ट्रेनों को लॉन्च करने के लिए धन्यवाद भी दिया।

बता दें कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की ट्रेन दुर्ग-हजरत निज़ामुद्दीन छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के अंतर्गत जागरूकता बढ़ाने और जेनेरिक दवाओं को बढ़ावा देने के लिए के लिए चुना गया है। हजरत निज़ामुद्दीन से दुर्ग तक की अपनी 1,278 किलोमीटर लंबी यात्रा में यह ट्रेन दिल्ली, हरियाणा, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्यों से होकर गुजरती है।

इस दौरान यह ट्रेन 184 स्टेशनों से होकर गुजरती है। बता दें कि इस ट्रेन को जन औषधि के बारे में जागरूकता फैलाने संबन्धित संदेशो से युक्त किया गया है। यह ट्रेन सरकार द्वारा सस्ती कीमतों पर उपलब्ध कराई गई गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाओं के बारे में लोगों को शिक्षित करेगी और उनमें जागरूकता लाएगी। सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि गुणवत्तापूर्ण दवाएं समाज के सभी वर्गों तक पहुंचे।

बता दें कि हर साल 7 मार्च को “जन औषधि दिवस” मनाया जाता है। “प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना” के अंतर्गत सस्ती कीमत पर क़्वालिटी जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केन्द्रों की संख्या 9,000 से अधिक हो गई है।