मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से चल रही राजनीतिक उठा पटक के बीच आज विधानसभा में कमलनाथ सरकार का बहुमत परीक्षण होना था। लेकिन कोरोना वायरस के चलते विधानसभा को 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया और फ्लोर टेस्ट नहीं हो पाया। फ्लोर टेस्ट को लेकर सोशल मीडिया में पिछले कई दिनों से कयास लगाए जा रहे थे। वरिष्ठ पत्रकार उमाशंकर सिंह ने भी इसे लेकर एक ट्वीट किया था। अब उमाशंकर का यह ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है और लोग बीजेपी को ट्रोल कर रहे हैं।
उमाशंकर ने रविवार को लिखा था कि कोरोना वायरस के ख़तरों को देखते हुए एहतियातन सबकुछ बंद किया जा रहा है। ये जनहित में है। इसलिए संसद के मौजूदा सत्र को भी तुरंत रोक देना चाहिए। उम्मीद है सोमवार को इस पर विचार होगा। उमाशंकर का ये ट्वीट सोमवार को सच साबित हो गया और यूजर्स बीजेपी को ट्रोल करने लगे।
एक यूजर ने लिखा “संसद सत्र खुले में होना चाहिए, सभी भाजपा मंत्री गोबर का लेप, और गौ मूत्र का सेवन करके आएँ।” वहीं एक अन्य ने लिखा ” कोरोना वायरस के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अनिश्चित काल के लिए देश में फंसे।” एक यूजर ने लिखा “कुछ दिन के लिए ट्विटर भी बंद करना चाहिए। बोहोत नफरत फैल रही है। आपके क्या विचार है सर?” एक यूजर ने लिखा “वैसे भी संसद चला कर कौन सा देश का भला कर रहे …बंद करो और गाने दो .. गो कोरोना गो।”
कोरोना वायरस के ख़तरों को देखते हुए एहतियातन सबकुछ बंद किया जा रहा है। ये जनहित में है। इसलिए संसद के मौजूदा सत्र को भी तुरंत रोक देना चाहिए।
उम्मीद है सोमवार को इस पर विचार होगा।#Parliament #coronavirusindia
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) March 15, 2020
संसद सत्र खुले में होना चाहिए, सभी भाजपा मंत्री गोबर का लेप, और गौ मूत्र का सेवन करके आएँ।
— NS (@SaifiN18) March 16, 2020
बता दें कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर कई विधायक अपने चेहरे पर मास्क लगाकर विधानसभा में पहुंचे थे। विधानसभा अध्यक्ष की घोषणा के अनुसार विधायकों को ये मास्क विधानसभा प्रबंधन द्वारा प्रदान किए गए थे।
गौरतलब है कि कांग्रेस द्वारा कथित तौर पर उपेक्षा किये जाने से परेशान होकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गत मंगलवार को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और बुधवार को भाजपा में शामिल हो गये। उनके साथ ही मध्यप्रदेश के 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, जिनमें से अधिकांश सिंधिया के कट्टर समर्थक हैं।