ट्विटर इंडिया के प्रमुख मनीष माहेश्वरी की भारत से छुट्टी कर दी गई है। अब वे अमेरिका में ट्विटर के ऑपरेशन विभाग को देखेंगे। मनीष माहेश्वरी को अमेरिका भेजने का फैसला ट्विटर के उस बयान के बाद लिया गया है जिसमें कंपनी के दफ्तर पर पुलिस की “रेड” के बाद कहा गया था कि वह अपने स्टाफ की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। मनीष माहेश्वरी अब अमेरिका में ट्विटर के रेवेन्यू स्ट्रेटजी एंड ऑपरेशंस के सीनियर डायरेक्टर की भूमिका संभालेंगे।

ट्विटर के सीनियर एग्जीक्यूटिव यू सासामोटो ने मनीष माहेश्वरी के अमेरिका तबादले की खबर दी। यू सासामोटो ने फेसबुक पर लिखा कि मनीष माहेश्‍वरी, दो वर्ष से अधिक समय तक भारत में हमारे बिजनेस को नेतृत्व देने के लिए धन्‍यवाद। दुनियाभर के नए मार्केट्स के लिए राजस्‍व रणनीति औार ऑपरेशन के प्रभार के नए भूमिका के लिए बधाई। ट्विटर के लिए इस अहम पद का नेतृत्व करते हुए आपको देखने के लिए उत्साहित हूं। 

मनीष माहेश्वरी को अपने कार्यकाल के दौरान केंद्र सरकार और उत्तरप्रदेश सरकार की भी नाराजगी का सामन करना पड़ा। मनीष माहेश्वरी के कार्यकाल में ही भाजपा नेताओं के ट्वीट को मैनिपुलेटेड टैग किए जाने के बाद पुलिस ट्विटर के दिल्ली और गुरुग्राम स्थित दफ्तर में जांच के लिए गई थी। जिसके बाद ट्विटर ने एक बयान जारी कर कहा था कि वह भारत में अपने कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है।

ट्विटर ने अपने बयान में कहा था कि हम भारत में अपने कर्मचारियों और देश के लोगों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संभावित खतरे से चिंतित हैं। साथ ही बयान में यह भी कहा गया था कि हमारी वैश्विक शर्तों को लेकर दुनियाभर में पुलिस के द्वारा अपनाई जा रही डराने-धमकाने की रणनीति को लेकर चिंतित हैं।

इसके अलावा यूपी सरकार के साथ भी मनीष माहेश्वरी का विवाद रहा था। दरअसल गाजियाबाद में एक मुस्लिम बुजुर्ग पर हमले से जुड़े मामले में उत्तरप्रदेश पुलिस की ओर से भी उन्‍हें कई बार जांच के लिए समन जारी किया गया था। माहेश्वरी ने उत्तरप्रदेश पुलिस की इस कार्रवाई को चुनौती दी थी और कर्नाटक हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी। बाद में कर्नाटक हाईकोर्ट ने ट्विटर इंडिया के हेड मनीष माहेश्वरी की याचिका पर उत्तरप्रदेश पुलिस के समन को खारिज कर दिया था।