तुर्की में वहां के राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान की पत्नी एमी एर्दोगान के साथ आमिर खान की तस्वीरें वायरल होने के बाद बॉलीवुड एक्टर आरएसएस के निशाने पर हैं। संघ के मुखपत्र पांचजन्य में उन्हें चीन की सत्ताधारी पार्टी का प्यारा भी बताया गया है। साथ ही कहा गया कि दंगल स्टार भारत विरोधी ताकतों से हिल-मिल रहे हैं। पांचजन्य में लिखा गया कि भारत में जब लोग किसी फिल्मी सितारे को बुलंदियों पर पहुंचाते हैं तो वो उसके मजहब को नहीं देखते। उसकी फिल्मों पर खूब पैसा लुटाते हैं। लोग उसके मजहब के नहीं बल्कि उसकी अदाकारी के प्रशंसक होते हैं।
लेख में कहा गया, ‘मगर तब क्या हो जब वही इंसान देशवासियों को ठेंगा दिखाते हुए उनके प्यार के बदले ‘पहले मजहब फिर देश’ की जिहादी सोच दिखाने लगे या दुश्मन देश के चंद पैसों पर कठपुतली सा चलने लगे, दुश्मन देश की मेहमाननवाजी पूरी बेशर्मी से कबूलने लगे? इसके लिए क्या देशवासी खुद को ठगा महसूस नहीं करेंगे? आजकल चीन और तुर्की के चहेते बने आमिर खान की इन्हीं सब बातों को लेकर उनके प्रशंसकों के साथ ही आम देशभक्तों में गुस्सा दिख रहा है।’
संपादकीय के लेखक विशाल ठाकुर के इस लेख में कहा गया कि अक्षय कुमार, अजय देवगन, जॉन अब्राहम और कंगाना रनौत जैसे कुछ फिल्मी सितारे और फिल्मकार हैं जिनके लिए राष्ट्रवाद और देशभक्ति की फिल्में बनाना देश के प्रति अपनी निष्ठा जताने जैसा है। इसमें कहा गया कि एक आमिर खान हैं जिन्हें दुश्मन देश चीन, पाकिस्तान और तुर्की के साध हिल-मिलने में कोई परेशानी नहीं। तुर्की इन दोनों देशों के साथ मिलकर भारत के खिलाफ जिहादी मंसूबे पाले बैठा है और आमिर खान इन दिनों वहीं डेरा डाले बैठे हैं।
लेख में तुर्की की प्रथम महिला संग आमिर की मुलाकात पर नाराजगी जाहिर की गई है। कहा गया कि भारत कोरोना के खिलाफ मजबूती से लड़ रहा है और आमिर खान अपनी फिल्म की शूटिंग की तैयारी के सिलसिले में एमी एर्दोगान की आवभगत में झुककर दोहरे हुए जा रहे हैं।
संपादकीय में कहा गया कि चीन के प्रति आमिर खान का प्रेम पहले से ही संदिग्धता का दायरे में हैं। आजकल चीन में किसी खान की फिल्मों की सफलता के बरअक्स कई अन्य फिल्मी सितारे असफल क्यों साबित होते हैं। चीन में आमिर खान की फिल्में ना केवल शानदार कारोबार करती हैं बल्कि वो भारत में चीनी उत्पादों को धड़ल्ले से प्रचार करके करोड़ों कमाते हैं। आमिर खान की चीन सत्ताधारी पार्टी की प्यारे हैं। वो चीन के उत्पाद वीवो मोबाइल फोन के ब्रांड एम्बेसेडर हैं जो सुरक्षा के नियमों की खुलेआम अनदेखी करता है।