पीएम नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ गुरुवार को कोरोना को लेकर बैठक की। इस मीटिंग में पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने माहौल एकदम शायराना बना डाला। सीएम चन्नी ने कहा, ”माननीय प्रधानमंत्री जी आप पंजाब आए, जो कुछ हुआ उसके लिए हमें बहुत खेद है। मैं आपके कुछ लाइनें कहना चाहता हूं….तुम सलामत रहो कयामत तक और खुद करे कि कि कयामत न हो…”
वैसे यह पहली बार नहीं है जब सीएम चन्नी ने पंजाब की घटना पर खेद जताया हो, लेकिन हर बार खेद जताने के साथ ही उन्होंने यह भी कहा, ‘पीएम मोदी की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं था, उन पर कोई हमला नहीं हुआ।’ पीएम मोदी 5 जनवरी को पंजाब में एक रैली को संबोधित करने गए थे।
हुसैनीवाला के पास एक फ्लाई ओवर पर उनका काफिला करीब 20 मिनट तक रुक रहा था। इसके बाद SPG ने पीएम मोदी का पंजाब दौरा कैंसिल कर दिया था। पीएम मोदी ने लौटते वक्त भटिंडा एयरपोर्ट एक अधिकारी से कहा, ‘अपने सीएम थैंक्स कहना कि मैं जिंदा लौट पाया।’ इस घटना के बाद से ही बीजेपी और कांग्रेस के बीच लगातार जंग छिड़ी हुई है। पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक का यह सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए इंदू मल्होत्रा की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।
गुरुवार को कोरोना रिव्यू मीटिंग में पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ ‘हर घर दस्तक’ कार्यक्रम को रफ्तार देने की बात कही। देश में लगभग 92 प्रतिशत वयस्क आबादी को पहली खुराक दी जा चुकी है, जबकि दूसरी डोज की कवरेज भी 70 प्रतिशत तक पहुंच गई है। नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के बावजूद, कोरोना महामारी से निपटने में वैक्सीनेशन ही हमारा सबसे शक्तिशाली हथियार है।
पीएम मोदी ने कहा कि परिश्रम हमारा एकमात्र पथ है और विजय ही एकमात्र विकल्प है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन से निपटने के अलावा हमें भविष्य में आने वाले वेरिएंट के लिए भी अभी तैयारी करनी होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम 130 करोड़ भारत के लोग अपने प्रयासों से कोरोना से जीतकर अवश्य निकलेंगे। आप सबसे जो बातें मैंने सुनी हैं, उसमें भी विश्वास उभरकर आ रहा है। ओमिक्रॉन को लेकर पहले जो संशय की स्थिति थी, वो अब धीरे-धीरे साफ हो रही है। पहले जो वेरिएंट थे उनकी अपेक्षा में कई गुना तेजी से ओमिक्रॉन वेरिएंट सामान्य जन को संक्रमित कर रहा है। अमेरिका जैसे देश के अंदर एक दिन में 14 लाख केस सामने आए हैं। यह बात साफ है, हमें सतर्क रहना है, सावधान रहना है, लेकिन पैनिक की स्थिति न आए।
पीएम मोदी ने कहा अलटनेस कहीं से भी कम न पड़े। कोरोना संक्रमण को हम जितना सीमित रख पाएंगे, परेशानी उतनी ही कम होगी। हमें अपने मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर को स्केल-अप करते रहना ही पड़ेगा। दुनिया के मेडिकल एक्सपर्ट का कहना है कि वेरिएंट चाहे कोई भी हो कोरोना से लड़ने का सबसे कारगर हथियार वैक्सीन ही है। भारत में बनी वैक्सीन दुनिया के अंदर अपनी श्रेष्ठता साबित कर रही है, ये हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है कि आज भारत अपनी 92 प्रतिशत वयस्क आबादी को पहली डोज दे चुका है और दूसरी डोज के कवरेज में भी हम 70 प्रतिशत के पास पहुंच चुके हैं।
हमारे वैक्सीनेशन अभियान को एक साल पूरा होने में अब भी तीन दिन बाकी हैं। 10 दिन के भीतर भारत लगभग 3 करोड़ किशोरों का टीकाकरण कर चुका है। ये भारत के सामर्थ्य को दिखाता है। आज राज्यों के पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध है। फ्रंटलाइन वर्कर्स और सीनियर सिटिजंस को जितनी जल्दी प्रिकॉशनरी डोज लगेगी, उतना हमोर लिए अच्छा है।