त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय में इसी महीने विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इन चुनावों को लेकर विभन्न पार्टियां इन राज्यों में प्रचार-प्रसार कर रही हैं। बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को त्रिपुरा में रैली की। पीएम मोदी ने अपनी रैली में त्रिपुरा के वर्तमान मुख्यमंत्री माणिक सरकार और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा सीएम माणिक पर हमला बोलते हुए त्रिपुरा की जनता के सामने हीरा (HIRA) फॉर्मूला रखा। मोदी ने त्रिपुरा के सोनामुरा में आयोजित एक रैली में कहा, ‘अब यहां के लोगों को माणिक नहीं चाहिए। माणिक से मुक्ति ले लो, अब आपको हीरा चाहिए। हीरा का H का मतलब है हाइवे, I का मतलब है आई-वे (डिजिटल कनेक्टिविटी), R का मतलब है रोडवे और A का मतलब है एयरवे।’ पीएम मोदी के भाषण को सोशल मीडिया यूजर्स काफी ट्रोल कर रहे हैं। उनके भाषण पर एक यूजर ने कमेंट किया, ‘मान गए गुरु, बोलचाल में आपका कोई हाथ नहीं पकड़ सकता।’

वहीं एक यूजर ने कमेंट किया, ‘लो भाई यहां भी शुरू हो गए। फेंकने में मोदी जी का कोई जवाब नहीं।’ कुछ लोग सवाल कर रहे हैं कि पीएम मोदी ये सारी बातें आखिर कहां से लेकर आते हैं। एक यूजर ने ट्वीट कर कहा, ‘सर जी बस भी कीजिए, अब आपके परिवर्णी शब्द हम लोगों से सहे नहीं जाते।’ वहीं अन्य यूजर ने ट्वीट किया, ‘और जीतने के बाद पांच साल फिर करोगे क्या मोदी जी… माणिक सरकार को कोसने के अलावा।’ एक अन्य कमेंट आया, ‘जिस तरह से आजकल भाषण दे रहे हैं ये… कहीं स्पीच राइटर गाली ना दिलवा दे इनसे परिवर्णी शब्द के नाम पर।’ एक यूजर ने कमेंट किया, ‘कोई कंट्रोल करो सर जी को। लगता है देश अब परिवर्णी शब्द पर ही चलेगा।’

प्रधानमंत्री ने अपनी रैली में कहा कि त्रिपुरा विकास और प्रगति की नई ऊंचाइयों को छूना चाहता है। उन्होंने कहा, ‘यहां लोग अधिक और बेहतर रोजगार के अवसर के बारे में सोच रहे हैं।’ पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘हमारे देश में 51 शक्ति पीठ का हर कोई स्मरण करता है, जिस में से एक देवी त्रिपुरा सुंदरी है। यह उन्हीं का स्थान है, मैं इस धरती को नमन करता हूं। आप लोगों ने ही हमें सिखाया है ‘चलो पलटाई (Lets Change)।’ मोदी ने आगे कहा कि त्रिपुरा की सरकार ने उनके खिलाफ बोलने वालों के मन में डर पैदा कर दिया है। ‘रोज वेली’ जैसे घोटालों ने त्रिपुरा के गरीबों को बर्बाद कर दिया है। जिन्होंने गरीबों को लूटा है उनके खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘देश का भाग्य तभी बदलेगा जब त्रिपुरा का भाग्य बदलेगा। हम त्रिपुरा में 3-टी पर फोकस कर रहे हैं। ट्रेड, टूरिज्म और युवाओं की ट्रेनिंग, ताकि वे लोग अपना भविष्य अच्छा बना सकें।’ आपको बता दें कि पहले चरण में 18 फरवरी को त्रिपुरा और 27 फरवरी को मेघालय व नागालैंड में मतदान होगा। तीनों राज्यों का नतीजा 3 मार्च को आएगा।