केंद्रीय राजनीति में अपनी जमीन तलाश रही तृणमूल कांग्रेस लगातार अलग-अलग पार्टियों के पुराने और अनुभवी नेताओं से मिलकर भाजपा को चुनौती देने की रणनीति बनाने में जुटी है। बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने एक संगठित विपक्ष बनाने के मकसद से ही पिछले कुछ दिन दिल्ली में बिताए। हालांकि, एक राज्य के प्रति जिम्मेदारी होने की वजह से उन्हें जल्द ही बंगाल वापस लौटना पड़ा। लेकिन इस बीच उनका छूटा हुआ काम पूरा करने का मौका राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन को मिला है। दरअसल, ब्रायन को राज्यसभा में दो पूर्व प्रधानमंत्रियों के बीच बैठने की जगह मिली है, जिसके बाद टीएमसी के विपक्ष को एकजुट करने की संभावनाएं मजबूत दिख रही हैं।

डेरेक ओ ब्रायन की खुशकिस्मती इसी बात से पता चलती है कि हालिया कैबिनेट फेरबदल के बाद राज्यसभा में बैठने के क्रम में बदलाव हुआ। इसमें ब्रायन को दो पूर्व प्रधानमंत्रियों के बीच में जगह दी गई। बताया गया है कि ब्रायन को राज्यसभा में जो सीट मिली है, उसके एक तरफ पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा और दूसरी तरफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मोदी से पहले देश की कमान संभालने वाले मनमोहन सिंह मिले हैं।

माना जा रहा है कि ममता बनर्जी के बंगाल लौटने के बाद विपक्ष को एकजुट करने की जो रणनीति दिल्ली में पीछे रह गई थी, उसे अब डेरेक ओ ब्रायन राज्यसभा में रह कर आगे बढ़ा सकते हैं। खासकर तब, जब ब्रायन के पास गठबंधन के दो पूर्व प्रधानमंत्रियों के अनुभव को जानने का मौका होगा। बता दें कि एचडी देवगौड़ा 1 जून 1996 से लेकर 21 अप्रैल 1997 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे। उधर मनमोहन सिंह ने 2004 से लेकर 2014 तक यूपीए शासन में देश की कमान संभाली।

पेगासस जासूसी, कोरोना को लेकर केंद्र को घेरने में जुटे ब्रायन: गौरतलब है कि राज्यसभा में इस वक्त विपक्ष एकजुट होकर केंद्र सरकार को घेरने में जुटा है। खुद टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन इन प्रदर्शनों का नेतृत्व करने वाले नेताओं में शामिल हैं। टीएमसी लगातार केंद्र को पेगासस, कृषि आंदोलन और कोरोना से हुई मौतों के मुद्दे पर घेर रही है। एक दिन पहले ही डेरेक ओ ब्रायन ने आरोप लगाया कि राज्यसभा टेलीविजन विपक्ष के प्रदर्शनों पर ‘‘सामग्री को सेंसर कर रहा है।’’ राज्यसभा टेलीविजन सदन की कार्यवाही का सीधा प्रसारण करता है।

टीएमसी सांसद ने ट्वीट किया, ‘‘सेंसरशिप। मोदी-शाह का ‘मास्टरस्ट्रोक’। राज्यसभा टीवी चयनित फुटेज दिखा रहा है। 15 विपक्षी दलों के करीब 100 सांसदों द्वारा सदन में किए गए प्रदर्शन का प्रसारण नहीं किया जा रहा है। पेगासस हैकिंग, जासूसी, सैन्य स्पाईवेयर।’’