दिल्ली में कड़ाके की सर्दी से लोहा लेते हुए हजारों किसानों का आंदोलन चौथे सप्ताह में प्रवेश कर गया है। किसान आंदोलन के कारण सीमा पर कई बिंदुओं पर यातायात मोड़ दिया गया जिसकी वजह से यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली यातायात पुलिस ने शनिवार को ट्विटर के जरिए बताया कि नोएडा और गाजियाबाद से आने वाले यातायात के लिए गाजीपुर बॉर्डर बंद है।
यातायात पुलिस ने कहा कि दिल्ली आने वाले लोग आनंद विहार, डीएनडी, अप्सरा और भोपुरा बॉर्डर का वैकल्पिक मार्ग अपना सकते हैं। यातायात पुलिस ने ट्वीट किया कि टिकरी और धनसा बॉर्डर यातायात के लिए बंद है। झटिकरा बॉर्डर से केवल दोपहिया वाहनों और पैदल चलने वालों को जाने की अनुमति है। दिल्ली यातायात पुलिस ने कहा कि हरियाणा जाने वाले लोगों के लिए झड़ोदा, दौराला, कापसहेड़ा, बड्डूसराय, रजोकरी एनएच 8, बिजवासन/बजघेड़ा, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर खुले हैं।
दिल्ली और नोएडा के बीच चिल्ली बॉर्डर एकल मार्ग के यातायात के लिए खुला है। यातायात पुलिस के अनुसार नोएडा से दिल्ली का मार्ग बंद है। यातायात पुलिस ने कहा कि सिंघू, औचंदी, पियाउ मनियारी, सभोली और मंगेश बॉर्डर बंद है। कृपया लंपुर, सफियाबाद और सिंघु स्कूल टोल टैक्स बॉर्डर का उपयोग करें। यातायात को मुकर्बा और जीटीके रोड से मोड़ दिया गया है।
किसानों के समर्थन में जंतर-मंतर पर पहुंचे दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शनिवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों से मिलने के लिए पहुंचे और उन्होंने कहा कि दिल्ली के विभिन्न इलाकों में आंदोलन कर रहे किसानों का कांग्रेस का पूरी तरह से समर्थन है। उनके साथ पंबाज के सासंद, विधायक और अन्य नेता भी मौजूद थे।
साथ ही दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष जय किशन भी उनके साथ थे। जय किशन ने कहा कि यह पहली बार हो रहा है कि किसान कड़ाके की ठंड में बॉर्डर पर बैठे हैं और केंद्र की सरकार के पास किसानों की समस्या सुनने का वक्त नहीं है। उन्होंने कहा कि किसान बीते लंबे समय से तीनों काले कानून को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। पर सरकार उनकी मांगों पर गौर नहीं कर रही है। (जनसत्ता संवाददाता)