विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि देश के किसी भी हिस्से मेंं देश विरोधी नारे और पाकिस्तान के झंडे लहराना देशद्रोह है। ऐसी गतिविधियों में लिप्त लोगों के खिलाफ कानून के तहत सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जेएनयू में तो इस तरह की घटनाओं के खिलाफ केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। सरकार को इसी तरह का साहस कश्मीर में भी दिखाना होगा।

तोगड़िया ने यहां त्रिवटी नाथ मंदिर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि देशद्रोह को तो किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र विरोधी नारेबाजी, पाकिस्तान और आइएस के झंडे लहराने का वायरस कश्मीर से फैला है। वहां काफी समय से इस तरह की गतिविधियां चल रही है। उन्होंने पूछा कि वहां देश द्रोहियों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आरोपियों के खिलाफ देशद्रोह के मामले दर्ज कर उन पर मुकदमें कश्मीर से बाहर चलाए जाएं।

हरियाणा में आरक्षण को लेकर भड़की आग के बारे में बात करने पर तोगड़िया ने कहा कि सभी लोग बेरोजगारी के अलावा शिक्षा और इलाज के महंगे होने से परेशान है। जिन जातियों को नौकरियों में आरक्षण मिला है उनकी भी बेरोजगारी की समस्या खत्म नहीं हुई है।
दरअसल देश की आजादी के बाद कभी किसी सरकार ने देश की गरीबी और बेरोजगारी को खत्म करने का प्रयास ही नहीं किया है। देश की आर्थिक नीतियां ऐसी रही है जिनसे अमीर ज्यादा अमीर हो गए और गरीबी लगातार बढ़ती रही है। किसानों की तो किसी सरकार ने कभी चिंता ही नहीं की है।