संसद का मानसून सत्र चल रहा है और पिछले हफ्ते 27 सांसद संसद से एक हफ्ते के लिए निलंबित कर दिए गए थे। इसमें 23 सांसद राज्यसभा के और 4 सांसद लोकसभा के शामिल थे। टीएमसी की सांसद सुष्मिता देव, डीएमके सांसद कनिमोझी और सीपीएम के सांसद ए.ए रहीम भी निलंबित कर दिए गये थे। तीनों ही सांसदों ने इंडियन एक्सप्रेस एसोसिएट एडिटर मनोज सीजी को इंटरव्यू के दौरान बताया कि सरकार जमीन पर बुलडोजर का इस्तेमाल करती है और संसद में हमें बुलडोज करती है।
इंटरव्यू के दौरान विपक्ष द्वारा संसद में महंगाई पर बहस करने के सवाल पर टीएमसी की सांसद सुष्मिता देव ने कहा, “यह सरकार जमीन पर बुलडोजर चलाती है और हमें संसद के अंदर बुलडोज करती है उन्होंने कहा कि हमने उनसे बहस को अत्यावश्यकता के रूप में शुरू करने के लिए कहा और जब भी निर्मला सीतारमण लौटती हैं, तो वह जवाब दे सकती हैं। पूरी घटना से आप समझ सकते हैं कि हम संसदीय लोकतंत्र को क्या कहते हैं और वे संसदीय लोकतंत्र को कैसे परिभाषित करते हैं।”
इंटरव्यू में डीएमके सांसद कनिमोझी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री आकर हमें संबोधित क्यों नहीं कर सकते? इसका जवाब सिर्फ वित्त मंत्री ही क्यों दें? क्या जीएसटी वृद्धि या मूल्य वृद्धि के मुद्दों के बारे में लोगों के प्रति प्रधानमंत्री की कोई जिम्मेदारी नहीं है?”
सीपीएम सांसद ए.ए. रहीम ने कहा कि सरकार 75 सांसदों को निलंबित करना चाहती। उन्होंने कहा, “मुख्य मुद्दा चर्चा नहीं बल्कि सरकार का रवैया है। भ्रष्टाचार, तानाशाही, अपराधी, विश्वासघात और छल-कपट जैसे नए असंसदीय शब्दों को जोड़ने के साथ मानसून सत्र शुरू हुआ और यह साफ है कि वे डरे हुए हैं। वे लोकतांत्रिक व्यवस्था से डरते हैं। मैं एक नया सदस्य हूं। मुझे अपने संसदीय अनुभव के नौवें दिन निलंबन मिला। इतने कम समय में मैं अपने प्रधानमंत्री को सदन में नहीं देख सका। उन्होंने मानसून सत्र को घटाकर 17 दिन कर दिया है। मुझे लगता है कि उनका लक्ष्य (सदस्यों की संख्या जो वे निलंबित करना चाहते हैं) 75 है क्योंकि यह ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ है।
सुष्मिता देव ने कहा कि आज ममता बनर्जी बंगाल की हर एक सीट पर लड़ेंगी क्योंकि यही उनकी ताकत है। सीपीएम केरल और त्रिपुरा की हर सीट पर चुनाव लड़ेगी क्योंकि यह उनका गढ़ है। कांग्रेस महाराष्ट्र, गुजरात और छत्तीसगढ़ में एनसीपी और शिवसेना के साथ लड़ेगी। हम वहां कांग्रेस को परेशान करने नहीं जा रहे है। विपक्षी एकता का सबसे बड़ा उदाहरण यूपीए-1 है। बता दें कि आम आदमी पार्टी के भी तीन सांसद राज्यसभा से निलंबित किए गए थे।
सांसदों ने कहा कि सभी दलों का अपने-अपने क्षेत्रों में अच्छा प्रभाव है। डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा कि क्षेत्रीय दलों का एक साझा एजेंडा है। आरएसएस के माध्यम से सांप्रदायिक मुद्दे के अलावा भाजपा को जनता को क्या देना है?