तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद अभिषेक बनर्जी 2024 के लोकसभा चुनाव में डायमंड हार्बर लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी। अभिषेक बनर्जी ने बीजेपी की उम्मीदवार अभिजीत दास को 7 लाख से अधिक वोटों से हराया था। इसके बाद अभिजीत दास कोलकाता हाई कोर्ट पहुंच गए थे और वहां पर उन्होंने चुनाव में धांधली को लेकर याचिका दाखिल की थी।
अभिषेक बनर्जी क्यों पहुंचे कोर्ट?
बीजेपी उम्मीदवार रहे अभिजीत की याचिका पर जवाब दाखिल करने के लिए अभिषेक बनर्जी कोर्ट पहुंचे थे। दरअसल इस मामले पर 19 अगस्त को भी सुनवाई हुई थी। इस दौरान कोर्ट ने अभिषेक बनर्जी के वकीलों से कहा था कि अगर वह अपना जवाब नहीं दाखिल करते हैं तो एकपक्षीय आदेश पारित किया जा सकता है। ऐसे में जवाबी हलफनामा दाखिल करने से पहले कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए सोमवार को अभिषेक कलकत्ता हाई कोर्ट पहुँचे।
अभिषेक बनर्जी सोमवार सुबह करीब 11 बजे अदालत पहुंचे और करीब 15 मिनट तक वहां रहे। टीएमसी का प्रतिनिधित्व करने वाले कई वकीलों ने उनका स्वागत किया और परिसर से निकलने से पहले सांसद के साथ सेल्फी लेने की कोशिश की। साल 2025 के जुलाई में भाजपा के डायमंड हार्बर लोकसभा चुनाव उम्मीदवार अभिजीत दास ने याचिका दायर की थी।
अभिषेक ने दर्ज की थी बड़ी जीत
अभिषेक बनर्जी ने 2024 के लोकसभा चुनावों में डायमंड हार्बर में लगभग 7,11,000 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्हें 10,48,230 वोट मिले थे, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी अभिजीत दास को केवल 3,37,300 वोट मिले थे। इस साल अप्रैल में हाई कोर्ट ने मामले की सुनवाई की और निर्वाचन क्षेत्र से डेटा, सीसीटीवी फुटेज और डिजिटल रिकॉर्ड सहित सभी चुनाव संबंधी सामग्रियों को सुरक्षित रखने के निर्देश जारी किए। चुनाव आयोग और जिला निर्वाचन अधिकारी को इन सामग्रियों को बनाए रखने का निर्देश दिया गया था।
19 अगस्त को जस्टिस सुगतो मजूमदार की एकल पीठ ने अभिषेक बनर्जी के वकील को आगाह किया कि अगर वह चुनाव याचिका का जवाब देने में विफल रहे तो अदालत उनके खिलाफ एकपक्षीय आदेश पारित कर सकती है। इसके बाद उनके वकीलों ने और समय मांगा। हालांकि अदालत ने उनके जवाब के लिए 28 अगस्त की समय सीमा तय की और चेतावनी दी कि ऐसा न करने पर एकपक्षीय आदेश जारी किया जाएगा।