Forex Violation Case: विदेशी मुद्रा मामले में टीएमसी नेता महुआ आजप्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश नहीं होंगी। जांच एजेंसी ने उनको विदेशी मुद्रा मामले में समन भेजा था। वो ईडी के सामने हाजिर न होकर अपने निर्वाचन क्षेत्र कृष्णानगर में चुनाव प्रचार करने जा रही हैं। पूर्व सांसद ने केंद्रीय जांच एजेंसी को अपने फैसले के बारे में बता दिया है और लोकसभा चुनाव पूरा होने तक उन्हें न बुलाने को कहा है। ईडी ने TMC नेता महुआ मोइत्रा को आज पूछताछ के लिए बुलाया था।
ED उनसे विदेशी मुद्रा उल्लंघन (FEMA) मामले में पूछताछ करना चाहती है। उनका बयान दर्ज करने के बाद कुछ फॉरेन ट्रांजैक्शन और एक NRI खाते से जुड़े लेनदेन भी एजेंसी की जांच के दायरे में हैं।
जांच एजेंसी इससे पहले भी फेमा के तहत मोइत्रा को दो बार समन भेज चुकी है, लेकिन वो अपने आधिकारिक काम का हवाला देकर पेश नहीं हुईं।
महुआ के अलावा ED ने कारोबारी दर्शन हीरानंदानी को भी समन जारी कर आज पूछताछ के लिए बुलाया है। इससे पहले उनके पिता निरंजन हीरानंदानी मुंबई में एजेंसी के सामने पेश हुए थे।
महुआ पर क्या हैं आरोप?
पिछले साल भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर महंगे गिफ्ट्स और पैसे लेने के बदले में कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के इशारे पर अडानी ग्रुप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के लिए लोकसभा में सवाल पूछने का आरोप लगाया था।
टीएमसी नेता महुआ पर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने का भी आरोप लगा। इसके बाद यह मामला लोकसभा की एथिक्स कमेटी में भेज दिया गया था, जहां पर महुआ दोषी पाई गई थीं। इसके बाद महुआ को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था।
CBI कैश फॉर क्वेरी केस में कर रही जांच
सीबीआई भी टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ प्रारंभिक जांच कर रही है। मामला कैश फॉर क्वेरी केस से ही जुड़ा है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, सीबीआई ने लोकपाल के निर्देश के बाद जांच शुरू की है। एजेंसी इस जांच के आधार पर ही तय करेगी कि मोइत्रा के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज किया जाए या नहीं।
प्रारंभिक जांच के तहत सीबीआई किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकती या तलाशी नहीं ले सकती है, लेकिन वह जानकारी मांग सकती है। साथ ही टीएमसी सांसद से पूछताछ भी कर सकती है।
