TMC Leaders Protest: कुछ दिन पहले केंद्रीय चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था और तभी से देशभर में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। इस बीच चुनाव आयोग के पास लगातार आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतें आ रही हैं। इस बीच केंद्रीय जांच एजेंसियों के खिलाफ टीएमसी सड़कों पर उतर आई है। 18 घंटे से पार्टी के नेता धरना दे रहे हैं। मंगलवार यानी आज सुबह फिर से टीएमसी नेता दिल्ली के मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन के बाहर धरने पर बैठ गए हैं।

दिल्ली के मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज टीएमसी नेताओं से मिलने मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन पहुंचे। यहां पर उन्होंने कहा कि देश में एमसीसी लागू है। सभी एजेंसियों और सरकारी कामकाज को तटस्थ ईसी के तहत आना चाहिए, लेकिन जिस तरह से विपक्षी नेताओं पर ईडी और एनआईए के छापे पड़ रहे हैं, उससे पता चलता है केंद्र सरकार इस लोकसभा चुनाव में विपक्ष को चुप कराना चाहती है। टीएमसी सांसदों और निर्वाचित प्रतिनिधियों को नई दिल्ली के एक पुलिस स्टेशन में हिरासत में लिया गया है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि बीजेपी ने सीपी में प्रदर्शन किया, इसकी अनुमति किसने दी? क्या वीरेंद्र सचदेवा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया? हम तृणमूल कांग्रेस के साथ खड़े हैं।

इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया था और थाने लेकर चले गए थे। हालांकि, वे सभी वहां पर भी धरने पर बैठ गए। यह सभी नेता पूरी रात थाने में ही रहे और सुबह फिर से मोर्चा खोल दिया है।

जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ हमारा धरना जारी – सागरिका घोष

तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सांसद सागरिका घोष ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि 24 घंटे का धरना जारी है। हमे कल चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर से दिल्ली पुलिस ने उठा लिया। उन्होंने आगे कहा कि हमें धक्का दिया गया और हाथापाई की गई। इसके बाद पुलिस बस से अज्ञात स्थान पर ले जाया गया और आखिर में मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन लाया गया जहां हमने रात बिताई। आज सुबह हमारा धरना आम चुनाव में विपक्ष के खिलाफ मोदी सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों एनआईए, सीबीआई, आईटी और ईडी के दुरुपयोग के खिलाफ जारी है।

इन नेताओं ने दिया धरना

टीएमी के जो नेता धरने पर बैठे हैं उनमें डेरेक ओ’ब्रायन, मोहम्मद नदीमुल हक, डोला सेन, साकेत गोखले, सागरिका घोष, विधायक विवेक गुप्ता, पूर्व सांसद अर्पिता घोष, शांतनु सेन और अबीर रंजन विश्वास और पार्टी के पश्चिम बंगाल छात्र विंग के उपाध्यक्ष सुदीप शामिल हैं। टीएमसी का यह प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयुक्त से मिलने गया था। यह सभी चुनाव आयोग से मांग कर रहे हैं कि ईडी, सीबीआई, एनआईए और इनकम टैक्स विभाग के प्रमुखों को बदल दिया जाए। इसके बाद ये सभी चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए।

पुलिस ने धरने पर बैठे नेताओं को हिरासत में लिया

पुलिस ने धरने पर बैठे टीएमसी सांसदों को हटाने की कोशिश की और सभी को हिरासत में ले लिया। टीएमसी नेता डोला सेन ने कहा कि बीजेपी केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए कर रही है। चुनाव आयोग को जांच एजेंसियों के प्रमुखों को हटा देना चाहिए और अन्य दलों के लिए समान अवसर पैदा करना चाहिए। वहीं, तृणमूल कांग्रेस के नेता साकेत गोखले ने एक्स पर एक पोस्ट में सवाल किया कि क्या केंद्र ने नए एनआईए महानिदेशक की नियुक्ति से पहले चुनाव आयोग की मंजूरी ली थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के दौरान केंद्रीय एजेंसियों के साथ बीजेपी के संबंध मजबूत होते जा रहे हैं।