पश्चिम बंगाल में शनिवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर विक्टोरिया मेमोरियल में रखे गए कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का आक्रामक तेवर देखने को मिला। दरअसल, जब वे मंच पर जा रही थीं, तब कुछ लोगों ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगा दिए। इस पर वे नाराज हो गईं और भाषण देने से इनकार कर दिया। इस पर रिपब्लिक टीवी के डिबेट में राजनीतिक विश्लेषक संजीव उनियाल ने तृणमूल कांग्रेस के नेता शुभांकर भट्टाचार्य पर निशाना साधा। उनियाल ने कहा कि ममता बनर्जी ने दर्शा दिया कि उन्हें जय श्री राम के नाम से प्रॉब्लम है।
संजीव उनियाल ने राम नाम का महत्व बताते हुए कहा, “ये अंधकार से उजाले की तरफ ले जाने वाला नाम है। ये कुशासन से शासन की तरफ ले जाने वाला नाम है। ये रावण राज्य से रामराज्य की तरफ ले जाने वाला नाम है। अगर ये ऐसा नहीं समझते हैं, इसलिए श्री राम के नाम से इन्हें एलर्जी है। ममता जी ने कितनी बार जय श्री राम बोलने पर लोगों को चुप कराया। उन्हें अंदर कराने तक की धमकी दी।”
इस पर टीएमसी नेता शुभांकर भट्टाचार्य भड़क गए। उन्होंने कहा, “समस्या राम से कभी नहीं थी, लेकिन उसकी ब्रांडिंग आपने अच्छे तरीके से कर डाली समस्या वहां से है। जबसे धर्म की ब्रांडिंग होने लगी है, तबसे परेशानी शुरू हुई है। यही फासीवाद है। आप यही करते आए हैं।”
दूसरी तरफ डिबेट में ही राजनीतिक विश्लेषक ममता काले ने भी ममता बनर्जी को नेताजी की जयंती पर भाषण न पूरा करने के लिए आड़े हाथों लिया। उन्होंने राजनीतिक विश्लेषक राहुल लाल से कहा, “ममता दीदी को नेताजी के बारे में बोलना चाहिए था, वे अपना घमंड दिखाकर चली गईं। दीदी को क्या लगता है कि उनके ऊपर कोई नहीं है।”
हालांकि, राहुल लाल ने जवाब में कहा कि कार्यक्रम में महिला का का अपमान हुआ, एक महिला मुख्यमंत्री का अपमान हुआ है। अगर सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर कार्यक्रम था। ममता बनर्जी का अपमान करने का प्रयास हुआ। इसको देश कभी स्वीकार नहीं करेगा। माफी मांगनी पड़ेगी आपको।